झांसी में सोमवार देर रात ग्वालियर-कानपुर बाईपास पर ट्रैक्टर-ट्रॉली ने 10 मिनट के भीतर दो बड़े हादसे कर दिए। ट्रैक्टर रॉन्ग साइड में तेज रफ्तार से आ रहा था। पहले उसने अशोक सनफ्रांस के पास एक बाइक को टक्कर मारी, जिसमें दतिया जिले के मुढेरा गांव निवासी भगवानदास (31) और उनके साढ़ू परमानंद गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने ट्रैक्टर को पीछे कर दोनों घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल भेजा।
इसी बीच ड्राइवर मौके से ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर फरार हो गया। ट्रैक्टर की रफ्तार और लापरवाही इतनी ज्यादा थी कि करीब 400 मीटर आगे जाकर उसने दूसरी बाइक को भी टक्कर मार दी।
आरिफ और शाहिद की मौके पर मौत, ड्राइवर अंधेरे का फायदा उठाकर भागा
दूसरा हादसा राधिका ऑर्चिड के पास हुआ, जहां बाइक से घर लौट रहे दो दोस्त — आरिफ खान (28) और शाहिद (26) — ट्रैक्टर की चपेट में आ गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे के बाद आरोपी ड्राइवर ने ट्रैक्टर की लाइट बंद कर दी और उसे तेज गति से भगाकर ले गया।
दोनों युवक ग्वालियर के मेवाती मोहल्ला के रहने वाले थे और पिछले दो साल से झांसी के मेरी गांव स्थित गणेश एनक्लेव में रहकर वेल्डिंग का काम करते थे। सोमवार को वे स्वास्तिक सिटी से काम करके लौट रहे थे, तभी यह हादसा हुआ।
शाहिद के मौसेरे भाई शरीफ ने बताया कि दोनों रात में बाइक से लौट रहे थे और राधिका ऑर्चिड के पास अचानक ट्रैक्टर ने सामने से टक्कर मार दी।
परिजनों में मातम, पुलिस ने शव लेकर ड्राइवर की तलाश तेज की
हादसे की सूचना मिलते ही दोनों युवकों के परिजन देर रात झांसी पहुंच गए। शव देख परिवार के लोग बिलख पड़े। आरिफ दो भाइयों में बड़ा था। छोटा भाई सोहिल और दो बहनें सोनम व करिश्मा हैं। पिता मजदूरी करते हैं। शाहिद तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उससे बड़े साबिर और आजाद प्राइवेट नौकरी करते हैं। परिवार की दो बहनों अमीना और साहिबा की शादी हो चुकी है।
इस दर्दनाक हादसे में जहां दो दोस्तों की जान चली गई, वहीं पहले एक्सीडेंट में घायल भगवानदास और परमानंद का मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी है।
पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर ट्रैक्टर-ट्रॉली और उसके ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी है। बाईपास पर लगे CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।





