टीकमगढ़ न्यूज़। टीकमगढ़ जिले की जेवर पुलिस चौकी में बीते 7 मई 2025 को बड़ी घटना सामने आई, जब आक्रोशित भीड़ ने चौकी परिसर को चारों ओर से घेर लिया और उग्र प्रदर्शन करते हुए चौकी कार्यालय में घुसकर उत्पात मचाया। प्रदर्शनकारियों ने मृतक का शव चौकी में रखकर पुलिस पर झूठा मामला दर्ज करने का दबाव बनाया। जब पुलिस ने दबाव में आने से इनकार किया, तो भीड़ ने शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और कानून व्यवस्था में लगे पुलिस बल को उनके कर्तव्यों से रोकने की कोशिश की।
घटना के दौरान उपद्रवियों ने सरकारी दस्तावेजों, फर्नीचर, और कार्यालय की अन्य वस्तुओं को क्षतिग्रस्त किया। यह हमला न केवल एक प्रशासनिक इकाई पर किया गया हमला था, बल्कि यह कानून व्यवस्था को चुनौती देने जैसा था।
एसडीओपी अभिषेक गौतम ने इस गंभीर मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की और विभिन्न धाराओं के तहत आरोपियों पर केस दर्ज किया गया। इन धाराओं में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 127(2), 331(5), 132, 324(2)(5), 191(2), 191(3), 190 सहित लोक संपत्ति हानि निवारण अधिनियम की धारा 3 शामिल हैं।
9 मई 2025 को गठित विशेष पुलिस टीमों ने गांव जेवर में दबिश देकर घटना में शामिल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। प्रशासन का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो भी कानून को अपने हाथ में लेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
यह कार्रवाई कानून की गरिमा और पुलिस बल के मनोबल को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com