छतरपुर न्यूज़ | छतरपुर जिले के राजनगर विकासखंड स्थित शासकीय हाईस्कूल बराखेरा में पढ़ने वाला एक छात्र पिछले एक वर्ष से स्कूल नहीं जा रहा है। छात्र की गैरमौजूदगी का कारण कोई बीमारी या निजी समस्या नहीं, बल्कि एक शिक्षक द्वारा की जा रही गाली-गलौज और मानसिक प्रताड़ना है।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित छात्र कक्षा 10 का विद्यार्थी है, जिसने शिक्षक धनराज अहिरवार के अभद्र व्यवहार से परेशान होकर विद्यालय जाना बंद कर दिया है। छात्र ने बताया कि कक्षा 9 की परीक्षा के दौरान ही शिक्षक उनके साथ दुर्व्यवहार करते थे। कक्षा 10 में आते ही यह व्यवहार और भी बढ़ गया।
छात्र के अनुसार, शिक्षक अक्सर उसे सार्वजनिक रूप से गालियां देते और मानसिक दबाव बनाते थे, जिससे वह अपमानित महसूस करता था। इस कारण उसकी उपस्थिति लगातार घटती गई और अब उसकी पढ़ाई एवं भविष्य पर संकट मंडरा रहा है।
शिक्षक पर पहले भी हो चुकी हैं शिकायतें
जानकारी के अनुसार, शिक्षक धनराज अहिरवार के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायतें हो चुकी हैं। विद्यालय के अतिथि शिक्षकों ने संकुल प्राचार्य को एक लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी कि धनराज अहिरवार द्वारा उनके साथ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। इससे उनका आत्मसम्मान आहत होता है और उन्हें मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।
प्रशासन मौन, छात्र भविष्य को लेकर चिंतित
छात्र ने अपनी समस्या को लेकर विद्यालय प्राचार्य से भी कई बार शिकायत की, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। न तो छात्र की समस्या का समाधान हुआ और न ही शिक्षक के व्यवहार पर अंकुश लगाया गया।
विद्यालय में और भी कई अनियमितताएं सामने आ रही हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। छात्र के परिजन और स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की जांच हो और दोषी शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि अन्य छात्रों का भविष्य प्रभावित न हो।
अब सवाल यह है कि छात्र की पढ़ाई और मानसिक स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है?
क्या शिक्षा विभाग इस मामले को गंभीरता से लेगा?
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(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com