झांसी न्यूज़। झांसी में शादीशुदा जिंदगी में मिले धोखे ने एक युवक की जान ले ली। पत्नी अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी, बच्चों और गहने भी ले गई। चार महीने से तड़प रहे युवक ने आखिरकार फांसी लगाकर जान दे दी।
कमरे में लटका मिला शव
सदर थाना क्षेत्र के भट्टागांव में शुक्रवार को नरेंद्र उर्फ अमीचंद अहिरवार (31) का शव उसके कमरे में फंदे से झूलता मिला। सुबह जब किराएदार का बेटा उससे मिलने आया तो उसने लाश देखी और शोर मचाया। परिजन दौड़े, लेकिन तब तक नरेंद्र दम तोड़ चुका था। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
चार महीने से था गहरे सदमे में
परिजनों ने बताया कि नरेंद्र की शादी पांच साल पहले झांसी की मंजू से हुई थी। दोनों के दो छोटे बच्चे थे। वह रेलवे कारखाने में निजी तौर पर काम करता था। चार महीने पहले मंजू अपने मायके के एक युवक के साथ भाग गई थी। वह दोनों बच्चों और ढाई लाख के गहने भी ले गई। तब जाकर परिवार को मंजू के अफेयर की सच्चाई पता चली।
बच्चों की याद में रोता था
बड़े भाई खेमचंद ने बताया कि नरेंद्र अपनी पत्नी और बच्चों को बहुत चाहता था। जब से वे गए थे, वह गहरे सदमे में था। बच्चों की याद में अक्सर रोता रहता था। घरवालों ने पुलिस में शिकायत भी की, लेकिन पत्नी और बच्चे अब तक नहीं मिले।
बहनों से बात कर लगाई फांसी
गुरुवार शाम वह काम से लौटा और अपनी बहनों से फोन पर बात की। वह खूब रोया और बोला, "बच्चों की बहुत याद आती है, मैं अब जीकर क्या करूंगा?" बहनों ने समझाया, लेकिन वह नहीं माना। फोन रखने के बाद उसने कमरे में गमछे से फांसी लगा ली।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com