हमीरपुर के मौदहा कोतवाली पुलिस ने अवैध संबंधों को लेकर हुए हत्या कांड का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि एक आरोपी की तलाश जारी है |
दरअसल 4 नवंबर की रात गहबरा गांव के पास डीजे संचालक दयाराम का शव सड़क किनारे मिला था। पुलिस जांच में सामने आया कि दयाराम का किसी युवती से अवैध संबंधों को लेकर विवाद चल रहा था। इस मामले में मृतक की पत्नी तारा ने चंद्रपाल कुशवाहा सहित कई लोगों पर शक जताया था। मामले के खुलासे के लिए पुलिस ने तकनीकी जांच के साथ स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की।
स्कूल के पीछे ले जाकर बेरहमी से पिटाई
घटना वाले दिन दयाराम युवती से मिलने गया था। उसी समय आरोपी भूरा भी वहां मौजूद था। भूरा ने यह जानकारी अपने साथी आकाश को दी और इसके बाद युवती के चाचा लालजी को मौके पर बुलाया गया। तीनों ने मिलकर दयाराम को पकड़ लिया।
उसके बाद दयाराम को गांव के स्कूल के पीछे सुनसान जगह ले जाया गया। वहां बेल्ट और डंडों से उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। मारपीट के दौरान उसके सिर और गुप्तांग पर गंभीर चोटें आईं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपियों ने शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए। कुछ घंटों बाद ग्रामीणों ने शव देखा और पुलिस को सूचना दी।
पत्नी का आरोप— सही आरोपी बाहर, निर्दोष जेल में
पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए रविवार को आरोपी भूरा और आकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, मुख्य आरोपी माने जा रहे युवती के चाचा लालजी की तलाश अभी जारी है। पुलिस का कहना है कि वह जल्द गिरफ्त में होगा।
दूसरी ओर, मृतक की पत्नी तारा ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि असली आरोपी बाहर घूम रहे हैं, जबकि पुलिस ने निर्दोष लोगों को जेल भेज दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही न्यायिक कार्रवाई नहीं हुई, तो वह मामले की शिकायत आला अधिकारियों से करेंगी।
फिलहाल, पुलिस इस हत्या को अवैध संबंधों के विवाद से जुड़ा मान रही है और बाकी फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

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