योगी का गाली बाज विधायक: पत्रकार को फोन पर दी ‘मां’ की गाली, प्रदेश तक मची खलबली

Journalist Bharat Namdev
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योगी का गाली बाज विधायक: पत्रकार को फोन पर दी ‘मां’ की गाली, प्रदेश तक मची खलबली




झाँसी। बबीना विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजीव सिंह एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार उन्होंने सीधे-सीधे चौथे स्तंभ पर हमला बोल दिया। नेशनल चैनल के पत्रकार पुष्पेंद्र यादव को फोन लगाकर विधायक ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए ‘मां’ की गाली तक दे डाली। फोन कॉल का मामला जैसे ही पत्रकार जगत में फैला, जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक आक्रोश फैल गया। स्थानीय पत्रकारों ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए विधायक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।


पुलिस कप्तान से शिकायत, IG से भी पत्रकारों की मुलाकात


घटना के बाद पत्रकार पुष्पेंद्र यादव ने झाँसी के पुलिस कप्तान बीवीजीटीएस मूर्ति को लिखित शिकायत दी। वहीं, स्थानीय पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल झाँसी के आईजी आकाश कुलहरि से भी मिला और पूरे मामले में सख्त कार्रवाई की मांग रखी। पत्रकार संगठनों का कहना है कि अब मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह पत्रकारिता की स्वतंत्रता और सम्मान से जुड़ा प्रश्न है।


विवादों से पुराना नाता, पहले भी कर चुके हैं बवाल




गौरतलब है कि विधायक राजीव सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। कभी बंदे भारत ट्रेन में यात्री के साथ अपने गुर्गों से मारपीट का मामला हो, तो कभी बड़ागांव थाने में तत्कालीन थानेदार अनुज गंगवार से नोकझोंक का वीडियो विधायक कई बार सुर्खियों में रह चुके हैं। इतना ही नहीं, वे एक सीओ के खिलाफ भी सार्वजनिक प्रदर्शन कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने सीपरी बाजार के थानेदार पर अभद्र भाषा प्रयोग करने का आरोप लगाकर झाँसी की प्रभारी मंत्री बेबी रानी मौर्य से शिकायत की थी। मंत्री ने डीजीपी तक पत्र लिखकर कार्रवाई कराई और थानेदार को हटवा भी दिया।


सत्ता दल में भी मचा घमासान




इस घटनाक्रम के बाद सत्ता दल के भीतर भी खींचतान तेज हो गई थी। प्रभारी मंत्री के पत्र के बाद सत्ता दल के ही सदर विधायक रवि शर्मा ने उसी थानेदार के पक्ष में पत्र लिख दिया और कहा कि उनके खिलाफ अब तक कोई शिकायत नहीं आई है। इस पत्र युद्ध के बाद ही राजनीतिक सियासत गरमाई थी। माना जा रहा है कि जब पत्रकार ने इस प्रकरण की खबर प्रसारित की तो बबीना विधायक को नागवार गुजरा और उन्होंने पत्रकार के साथ गाली-गलौज कर दी।


पत्रकार संगठनों में आक्रोश, आंदोलन की तैयारी


विधायक के इस रवैये से स्थानीय पत्रकारों में जबरदस्त आक्रोश है। पत्रकार संगठनों ने इसे लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आज़ादी पर सीधा हमला करार दिया है। उनका कहना है कि सत्ता के मद में चूर जनप्रतिनिधि पत्रकारों को धमकाकर सच दबाना चाहते हैं, लेकिन अब यह लड़ाई जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक लड़ी जाएगी। पत्रकारों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही विधायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो बड़े आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।

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