जालौन न्यूज़ | जालौन के उरई विकास प्राधिकरण द्वारा मौजा बडैरा में प्रस्तावित 100 एकड़ भूमि अधिग्रहण योजना के खिलाफ किसानों ने विरोध जताया है। मंगलवार को बड़ी संख्या में किसान जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और डीएम को ज्ञापन सौंपकर प्रस्ताव निरस्त करने की मांग की।
किसानों का कहना है कि उनकी जमीन ही आजीविका का मुख्य साधन है। इसके अलावा उनके पास किसी अन्य स्थान पर खेत नहीं हैं। कई किसानों ने बताया कि जिस भूमि को अधिग्रहण में लिया जा रहा है, उसी पर उनके आवासीय मकान भी बने हुए हैं। ऐसे में भूमि अधिग्रहण से उन्हें न केवल आर्थिक नुकसान होगा बल्कि वे बेघर भी हो जाएंगे।
किसानों ने चेतावनी दी कि यदि प्राधिकरण ने प्रस्ताव वापस नहीं लिया, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। उनका कहना है कि खेत ही उनके परिवारों का पालन-पोषण का एकमात्र साधन है, जिसे छीनने का प्रयास किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
डीएम को सौंपे गए शिकायती पत्र पर बालस्वरूप राजपूत, हरपाल, ममता, प्रदीप, वृंदावन, जितेंद्र, नरेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार, बाबू सिंह, रामजी, सरोज, बलवीर, राहुल, वंदना, बाबूसिंह सहित अन्य किसानों के हस्ताक्षर दर्ज हैं।
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(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com