टीकमगढ़ न्यूज़। जनपद पंचायत पलेरा के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाली की एक महिला ने गांव के सरपंच प्रतिनिधि पर गंभीर आरोप लगाते हुए जनपद कार्यालय में लिखित शिकायत सौंपी है। शिकायतकर्ता देवी राजपूत पत्नी मुन्नी राजपूत, उम्र 45 वर्ष, निवासी ग्राम पाली ने सरपंच प्रतिनिधि पर ₹80,000 की आर्थिक धोखाधड़ी और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
महिला ने अपने आवेदन में बताया कि उन्होंने कपिल धारा योजना के अंतर्गत कूप निर्माण के लिए सरपंच प्रतिनिधि से संपर्क किया था। इस योजना को स्वीकृत करवाने के बदले उनसे ₹20,000 की रिश्वत मांगी गई। महिला का कहना है कि उन्होंने यह राशि चरणबद्ध तरीके से दे दी, और उन्हें यह आश्वासन दिया गया कि योजना स्वीकृत हो जाएगी।
देवी राजपूत के अनुसार, उन्होंने योजना पर भरोसा करते हुए खुद के खर्च पर कूप निर्माण कार्य भी प्रारंभ करवा दिया, जिसमें उन्होंने अतिरिक्त ₹80,000 खर्च कर दिए। लेकिन जब वह योजना की सूची देखने जनपद कार्यालय पहुंचीं, तो पाया कि उनका नाम सूची में है ही नहीं।
इस संबंध में जब महिला ने सरपंच प्रतिनिधि से स्पष्टीकरण मांगा, तो उसे गालियां सुननी पड़ीं और जवाब मिला, “जाओ जो करना है कर लो, अब कुछ नहीं होगा।” महिला ने इस व्यवहार को अपमानजनक बताते हुए गहरी नाराजगी जाहिर की है।
पीड़िता देवी राजपूत ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत पलेरा से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने अपनी आर्थिक क्षति की भरपाई कर न्याय दिलाए जाने की भी अपील की है।
इस मामले में अब जनपद पंचायत की कार्रवाई पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं, क्योंकि यह मामला पंचायत व्यवस्था में भ्रष्टाचार और आम नागरिकों के साथ होने वाली धोखाधड़ी को उजागर करता है।
(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com