महोबा न्यूज़ | महोबा में सरकार की महत्वाकांक्षी "हर घर नल जल योजना" में मजदूरों का शोषण सामने आया है। इस योजना के अंतर्गत चरखारी कस्बे में पाइप लाइन डालने का कार्य किया गया, जिसके लिए मध्य प्रदेश के सिमरिया जिले से दर्जनों मजदूरों को लाया गया था। मजदूरों ने दिन-रात मेहनत कर पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा कर दिया, लेकिन ठेकेदार द्वारा उनकी मजदूरी नहीं दी गई।
मजदूरों का आरोप है कि ठेकेदार प्रदीप उर्फ बंटी ने काम कराने के बाद पैसे देने के नाम पर लगातार बहानेबाजी की और अब वह अपने गृह जनपद आगरा भाग गया है। पीड़ितों के अनुसार अब वह फोन कॉल तक रिसीव नहीं कर रहा है। वहीं, उसका सहयोगी चरखारी निवासी दीपक भी मजदूरी देने से साफ इनकार कर चुका है।
इससे परेशान मजदूर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और एक लिखित प्रार्थना पत्र सौंपकर ₹3,49,535 की मजदूरी दिलवाने की गुहार लगाई। उनका कहना है कि वह अपने गांव-घर से दूर आकर मेहनत कर रहे थे, लेकिन अब उनके सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
(मजदूर की बाइट लगाएँ जिसमें वह अपनी बात भावुकता से रखे – जैसे)
"हमने पूरा पाइपलाइन डलवा दिया, दिन-रात मेहनत की, लेकिन अब कोई हमारी सुनवाई नहीं कर रहा… घर कैसे चलाएं…?"
मजदूरों को समय पर भुगतान न होना न सिर्फ श्रम कानूनों का उल्लंघन है, बल्कि यह सरकार की योजनाओं की छवि को भी धूमिल करता है। अब देखना यह होगा कि महोबा जिला प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और कब तक पीड़ित मजदूरों को उनका मेहनताना मिल पाता है।
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(अश्विनी पाण्डेय की रिपोर्ट) Bundelivarta.com