झांसी न्यूज़। झांसी-ललितपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अनुराग शर्मा ने आज नई दिल्ली में भारत सरकार के केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र, विशेषकर झांसी जनपद की टहरौली तहसील में वर्षों से चली आ रही जल संकट और सिंचाई समस्याओं को लेकर गंभीर चर्चा की।
सांसद अनुराग शर्मा ने बताया कि टहरौली तहसील के करीब 53 गांव लगातार अनियमित बारिश, सूखा और जल स्रोतों की अनुपलब्धता की मार झेल रहे हैं। इससे न सिर्फ सिंचाई प्रभावित हो रही है, बल्कि पेयजल संकट भी गंभीर रूप ले चुका है। उन्होंने इस जल संकट को दूर करने के लिए मंत्री के समक्ष तीन ठोस और व्यवहारिक प्रस्ताव रखे, जिन पर त्वरित कार्यवाही की मांग की गई।
1. पारीछा बांध से लिफ्ट कैनाल योजना का प्रस्ताव
सांसद ने सुझाव दिया कि झांसी के पारीछा बांध से लिफ्ट कैनाल प्रणाली के माध्यम से पानी उठाकर टहरौली तहसील के घुरईया, परसा, रोरा, बकायन, बमनुआ, ताई, रनयारा-झला, गुन्दहा, गाता, टहरौली किला और टहरौली खास सहित 53 गांवों में सिंचाई सुविधा प्रदान की जा सकती है। इस योजना से हजारों किसानों को राहत मिलने की संभावना है।
2. केन-बेतवा लिंक परियोजना के जल आवंटन में सुधार का अनुरोध
सांसद अनुराग शर्मा ने अवगत कराया कि ललितपुर के लिए निर्धारित 18 एम.सी.एम. पानी गोविंद सागर बांध में भरा जाना था, लेकिन बांध की सिल्टिंग के कारण उसकी क्षमता काफी घट गई है। ऐसे में उन्होंने आग्रह किया कि इस जल को डायवर्ट कर झांसी के सूखा प्रभावित ग्रामों में सिंचाई के लिए प्रयोग में लाया जाए।
3. जाखलौन पंप कैनाल से गोविंद सागर बांध को जल आपूर्ति की मांग
सांसद ने चिंता जताई कि शहजाद नदी पर स्थित गोविंद सागर बांध इस वर्ष मानसून में पूर्ण रूप से भर नहीं पाया है, जिससे पेयजल और सिंचाई दोनों ही संकट में हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि राजघाट बांध के समीप स्थित जाखलौन पंप कैनाल के माध्यम से इस बांध में जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके लिए केंद्रीय जल आयोग और बेतवा रिवर बोर्ड को आवश्यक निर्देश देने का अनुरोध किया गया।
जल शक्ति मंत्री ने दिया आश्वासन
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने सांसद द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और सकारात्मक रुख अपनाते हुए संबंधित विभागों को सर्वेक्षण एवं आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश देने का आश्वासन दिया।
सांसद अनुराग शर्मा की यह पहल बुंदेलखंड के जल संकट से जूझ रहे गांवों के लिए उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है। आने वाले समय में इन प्रस्तावों के कार्यान्वयन से क्षेत्र के हजारों किसानों और ग्रामीणों को राहत मिलने की संभावना है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com