झांसी में पुलिस के सामने रौब झाड़ना पड़ा महंगा

आशुतोष नायक
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झांसी न्यूज़ | झांसी के चिरगांव थाना क्षेत्र में एक रिटायर्ड अधिकारी को अपना रौब दिखाना महंगा पड़ गया। उनकी नाबालिग पोती ने घरेलू विवाद की सूचना पुलिस को दी थी, जिसके बाद पुलिस उनके बेटे को थाने ले गई। बेटे की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही पूर्व अधिकारी हूटर और लाल-नीली बत्ती लगी बोलेरो गाड़ी में थाने पहुंचे और पुलिस पर रौब झाड़ने लगे।


10 साल पहले हो चुके थे रिटायर्ड

पुलिस ने जब जांच की, तो पता चला कि वह व्यक्ति 10 साल पहले रक्षा मंत्रालय में सेक्शन ऑफिसर के पद से रिटायर्ड हो चुके हैं। लेकिन अब भी वे अपनी गाड़ी पर रक्षा मंत्रालय लिखा हुआ उपयोग कर रहे थे। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए उनकी गाड़ी सीज कर दी और बेटे का चालान कर दिया।

क्या है पूरा मामला?

शनिवार रात करीब 9:30 बजे चिरगांव थाना क्षेत्र के बरल गांव में एक नाबालिग बच्ची ने पुलिस को कॉल कर बताया कि उसके पिता रामकुमार अहिरवार घर में झगड़ा कर रहे हैं और मारपीट पर उतर आए हैं। सूचना मिलते ही डायल 112 और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और रामकुमार को थाने ले गई।

कुछ देर बाद एक लाल-नीली बत्ती और हूटर लगी बोलेरो गाड़ी थाने में आकर रुकी। गाड़ी पर 'रक्षा मंत्रालय' लिखा हुआ था, जिसे देखकर पुलिसकर्मी भी कुछ समय के लिए असमंजस में आ गए। गाड़ी से उतरते ही नाथूराम अहिरवार, जो रामकुमार के पिता हैं, पुलिस पर दबाव बनाने लगे।

पुलिस ने गाड़ी सीज की

जांच करने पर पुलिस को पता चला कि नाथूराम अहिरवार 10 साल पहले ही रिटायर्ड हो चुके हैं और उनके पास किसी भी प्रकार का विशेष वाहन उपयोग करने की अनुमति नहीं है। जब उनसे गाड़ी पर हूटर और फ्लैशर लाइट लगाने का अधिकार पत्र मांगा गया, तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

मोंठ के सीओ देवेंद्र नाथ मिश्र ने बताया कि गाड़ी पर लगे अवैध फ्लैशर लाइट और हूटर को हटाकर गाड़ी को सीज कर दिया गया, जबकि रामकुमार अहिरवार का शांति भंग की धारा 151 में चालान किया गया।


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(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com

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