टीकमगढ़ न्यूज़। टीकमगढ़ जिला पंचायत चुनाव के दौरान फर्जी अपहरण के मामले में घिरे बल्देवगढ़ जनपद पंचायत अध्यक्ष रविंद्र सिंह बुंदेला को बड़ी राहत मिली है। जिला अदालत ने मामले को निराधार बताते हुए आरोपों को खारिज कर दिया। इस फैसले के बाद जिले की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
चुनावी माहौल में उठा था मामला
जिला पंचायत चुनाव के समय यह मामला चर्चा में आया था। बुंदेला पर आरोप लगा कि उन्होंने एक व्यक्ति का अपहरण किया है। हालांकि, अदालत ने मामले की जांच के बाद इसे बेबुनियाद करार दिया और सभी आरोपों को खारिज कर दिया।
अदालत के फैसले पर रविंद्र सिंह ने क्या कहा
फैसले के बाद रविंद्र सिंह बुंदेला ने कहा कि यह सत्य की जीत है। उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा सच्चाई और ईमानदारी के साथ काम किया है। अदालत ने मुझे न्याय दिया, अब मैं पहले से ज्यादा मजबूती के साथ जनता की सेवा करूंगा।"
समर्थकों में खुशी, विरोधियों को झटका
अदालत के फैसले के बाद बुंदेला के समर्थकों में खुशी का माहौल है। कई लोगों ने इसे न्याय की जीत बताया। दूसरी ओर, राजनीतिक गलियारों में इस फैसले के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
फर्जी मामलों पर उठे सवाल
इस फैसले के बाद सवाल उठ रहा है कि चुनावी राजनीति में फर्जी मामलों का खेल कब तक चलता रहेगा। बुंदेलखंड में पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें बाद में आरोपी निर्दोष साबित हुए हैं। अब देखना होगा कि इस फैसले का जिले की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।
(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com