झाँसी न्यूज़ | झांसी के रक्सा थाना क्षेत्र के सिमरा गांव में खेत में पानी लगाने को लेकर हुए विवाद में रामकिशोर की मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं और मौत का कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। डॉक्टरों ने बिसरा और हार्ट को प्रिजर्व कर जांच के लिए भेजा है, जिससे रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आ सकेगी।
क्या है पूरा मामला?
रामकिशोर (53) पुत्र लालू अहिरवार सिमरा गांव का निवासी था। मृतक के जीजा राममिलन के अनुसार, रामकिशोर और उसके चचेरे भाई के खेत आपस में सटे हुए थे और दोनों एक साझे के कुएं से चार-चार दिन के क्रम में खेतों की सिंचाई किया करते थे। शनिवार को पानी देने की बारी रामकिशोर की थी। जब वह अपने छोटे भाई की पत्नी संगीता के साथ खेत में पानी लगाने पहुंचा, तो उसके चचेरे भाई के बेटे पवन और मुकेश ने पानी देने से इनकार कर दिया।
इस बात को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि पवन ने लाठी-डंडों से रामकिशोर पर हमला कर दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और जमीन पर गिर पड़ा। परिजन उसे घायल अवस्था में घर ले आए, लेकिन कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। भाई सूरत ने इस मामले में पवन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कराया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उलझी गुत्थी
हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रामकिशोर के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं, जिससे मामले की गुत्थी और उलझ गई है। अब जांच के लिए मृतक के बिसरा और हार्ट को सुरक्षित रखा गया है। इनकी रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि रामकिशोर की मौत कैसे हुई।
महाकुंभ से लौटकर की थी शादी
रामकिशोर की पहली शादी कई साल पहले हुई थी, लेकिन करीब 24 साल पहले उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। हाल ही में, वह 20 फरवरी को प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए गया था और वहां से सीमा नाम की एक महिला को अपने साथ लेकर लौटा था। 23 फरवरी को उसने सीमा से विवाह कर लिया और पूरे गांव को इस खुशी में दावत भी दी थी।
अब रामकिशोर की मौत के बाद उसकी नई पत्नी सीमा का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में इस घटना को लेकर चर्चाएं तेज हैं और सभी को पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे यह साफ हो सके कि रामकिशोर की मौत की असली वजह क्या थी।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com