होली पर पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के बयान से विवाद, कांग्रेस ने साधा निशाना

आशुतोष नायक
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सागर न्यूज़ | सागर जिले की खुरई विधानसभा से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह एक वीडियो को लेकर चर्चा में आ गए हैं। इस वीडियो में वह होली के मौके पर लोगों से "दो पैग ज्यादा पीने" की बात कहते नजर आ रहे हैं। उनके इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और भाजपा पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाया है।



कांग्रेस ने कसा तंज, भाजपा पर लगाया दोहरे चरित्र का आरोप

कांग्रेस के उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर भूपेंद्र सिंह पर निशाना साधा। कटारे ने तंज कसते हुए लिखा, "एक तरफ मुख्यमंत्री मोहन यादव शराबबंदी की बातें कर रहे हैं और दूसरी तरफ भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह दो पैग ज्यादा मारने की सलाह दे रहे हैं। गजब का दोहरा चरित्र है। अपने अवैध शराब के कारोबार को बढ़ाने का इससे शानदार तरीका और क्या होगा? भूपेंद्र सिंह जी, डिप्रेशन का इलाज दवा से होता है, दारू से नहीं।"

कांग्रेस ने भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक ओर सरकार नशामुक्ति अभियान चलाने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर पार्टी के नेता खुलेआम शराब पीने को प्रोत्साहित कर रहे हैं। कटारे ने इसे भाजपा की कथनी और करनी में अंतर करार दिया।



वीडियो होली मिलन समारोह का, 1 लाख वोटों से जीत का दावा

यह वीडियो कथित रूप से रविवार को खुरई में आयोजित एक होली मिलन समारोह का बताया जा रहा है। इसमें भूपेंद्र सिंह अपने समर्थकों से कह रहे हैं कि जनता ने हमेशा विकास पर भरोसा जताया है और हर चुनाव में अधिक मतों से जिताया है। उन्होंने दावा किया कि आगामी चुनाव में वह 1 लाख वोटों से जीत दर्ज करेंगे।

भूपेंद्र सिंह ने मंच से कहा, "बहुत से कैमरे चल रहे होंगे, बहुत से लोगों की धड़कनें ऊपर-नीचे हो रही होंगी। इसलिए भैया, आज होली मनाओ और दो पैग ज्यादा पीयो, अबकी बार एक लाख पार।"

उनके इस बयान के सामने आने के बाद यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और विपक्ष ने इसे मुद्दा बना लिया।

राजनीतिक बनाम राजनेता की परिभाषा भी दी

अपने भाषण के दौरान भूपेंद्र सिंह ने राजनीति और राजनेता के अंतर पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, "दो तरह के नेता होते हैं—एक होते हैं राजनीतिक और दूसरे होते हैं राजनेता। राजनीतिक व्यक्ति हर समय चुनाव जीतने की जोड़-तोड़ और तिकड़म में लगा रहता है, जबकि राजनेता के मन में हमेशा राष्ट्रसेवा, जनसेवा और सुशासन की भावना होती है।"

उन्होंने खुद को एक राजनेता बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा जनता की सेवा और क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी है। भूपेंद्र सिंह ने आगे कहा कि सत्ता केंद्रित राजनीति स्थायी नहीं होती, बल्कि जो नेता राजधर्म और सेवा के लिए काम करते हैं, वही लंबे समय तक लोगों के दिलों में रहते हैं।

भाजपा की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

भूपेंद्र सिंह के इस बयान पर भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, यह बयान भाजपा के लिए असहज स्थिति पैदा कर सकता है, क्योंकि प्रदेश सरकार पहले ही नशामुक्ति और शराबबंदी जैसे विषयों पर अपनी नीति स्पष्ट कर चुकी है।

कांग्रेस इस मुद्दे को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, और इसे भाजपा की कथनी और करनी में अंतर का उदाहरण बता रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस विवाद पर क्या रुख अपनाती है और भूपेंद्र सिंह अपने बयान पर सफाई देते हैं या नहीं।


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(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com


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