जालौन न्यूज़ | जालौन जिले के कदौरा क्षेत्र में एक डाकघर को मकान का किराया न चुकाने के कारण बेदखल कर दिया गया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई। मकान मालिक के लंबे समय से किराया मांगने के बावजूद भुगतान न होने पर मामला अदालत में गया, जहां से डाक विभाग के खिलाफ फैसला आया।
1964 से किराए पर था पोस्ट ऑफिस
बावनी स्टेट में स्थित यह पोस्ट ऑफिस 1964 से अजीत निगम के मकान में चल रहा था। जब यह डाकघर शुरू हुआ, तब मकान का किराया मात्र 30 पैसे प्रति माह तय किया गया था। धीरे-धीरे किराया बढ़ता गया और 2006 में यह 80 रुपये प्रतिमाह हो गया। लेकिन डाक विभाग ने 2006 के बाद से मकान का किराया देना पूरी तरह से बंद कर दिया।
मकान मालिक अजीत निगम ने डाक विभाग के अधिकारियों से कई बार किराए की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। किराया न मिलने और मकान खाली न होने की वजह से उन्होंने अदालत का रुख किया।
कोर्ट ने दिया मकान खाली कराने का आदेश
मकान मालिक की याचिका पर सिविल जज दानबीर सिंह की अदालत ने डाक विभाग को नोटिस जारी कर किराया चुकाने और मकान खाली करने का निर्देश दिया। डाक विभाग के वकील ने समय मांगा, लेकिन तय समय के भीतर न तो किराया जमा किया गया और न ही मकान खाली किया गया।
आखिरकार, 11 मार्च 2025 को अदालत ने पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि वह मकान को खाली करवाएं और उसे मकान मालिक को सौंपा जाए।
पुलिस की मौजूदगी में मकान खाली कराया गया
शनिवार को प्रशासन ने अदालत के आदेश का पालन करते हुए पोस्ट ऑफिस को मकान से बेदखल कर दिया। जिला जजी से आए सिविल अमीन और पुलिस बल की मौजूदगी में डाकघर का सामान बाहर निकाला गया। इस दौरान डाकघर के आसपास अफरा-तफरी मच गई।
खाताधारकों को हुई परेशानी
डाकघर अचानक बंद होने से खाताधारकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई लोग अपने खातों से पैसा निकालने आए थे, लेकिन पोस्ट ऑफिस बंद होने की वजह से उन्हें मायूसी हाथ लगी।
पुलिस का बयान
कदौरा थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रभात सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश के तहत मकान खाली कराया गया है। इस दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल तैनात था। अब मकान मालिक को उनका संपत्ति अधिकार सौंप दिया गया है।
👉 ताजा ख़बरों के लिए व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ें
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com