जालौन न्यूज़। जालौन। जिले के पूरनपुरा गांव में एक होमगार्ड जवान ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक की पहचान 45 वर्षीय अवधेश के रूप में हुई है, जो उरई में होमगार्ड के रूप में तैनात था।
ड्यूटी के बाद लौटा, लेकिन घर में छाया मातम
अवधेश रोज की तरह अपनी ड्यूटी पूरी करके घर लौटा था। लेकिन इस बार उसके चेहरे पर तनाव साफ झलक रहा था। पारिवारिक विवाद से परेशान होकर उसने जहर खा लिया। जब परिजनों को इस बात की भनक लगी, तो हड़कंप मच गया।
अस्पताल ले जाते समय रास्ते में तोड़ा दम
अवधेश की हालत बिगड़ती देख घरवालों ने तुरंत उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रामपुरा में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी सांसें थम गईं। मौत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया और परिजन शव लेकर गांव लौट आए।
पुलिस ने शव भेजा पोस्टमार्टम के लिए
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस आत्महत्या के कारणों की गहराई से जांच कर रही है।
मृतक के परिवार में छाया मातम
अवधेश अपने पीछे परिवार के कई सदस्यों को रोता-बिलखता छोड़ गया। उसके दो बच्चे हैं—एक विवाहित बेटी और 17 वर्षीय बेटा अमन सिंह। पिता कृष्ण पाल सिंह राजावत अपने बेटे की असमय मौत से गहरे सदमे में हैं। गांव में शोक का माहौल है, और लोग इस दुखद घटना को लेकर स्तब्ध हैं।
घरेलू विवाद बना जानलेवा?
परिवार के करीबी सूत्रों के मुताबिक, अवधेश पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान था। बताया जा रहा है कि घरेलू विवाद ने उसकी परेशानी और बढ़ा दी थी। हालांकि, पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है ताकि आत्महत्या के सही कारणों का पता लगाया जा सके।