पत्नी के मायके जाने से मानसिक तनाव में था मजदूर, कमरे में फांसी लगाकर दी जान, तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

आशुतोष नायक
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जालौन के मोहल्ला फर्दनवीश में 32 वर्षीय मजदूर पूरन सिंह ने आत्महत्या कर ली। पूरन ने अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर जान दी। यह घटना गुरुवार दोपहर की है, जब वह मानसिक तनाव का शिकार हो चुका था। पूरन के तीन छोटे बच्चे हैं और वह मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था।

बताया जा रहा है कि 15 दिन पहले पूरन की पत्नी से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद पत्नी मायके चली गई थी। इसके बाद से पूरन अकेला और परेशान महसूस कर रहा था। पत्नी के मायके जाने से वह मानसिक तनाव में था, और उसे खुद को संभालने में कठिनाई हो रही थी।

गुरुवार को जब पूरन ने खुद को कमरे में बंद कर लिया, तो परिवार के सदस्य उसे बुलाने गए। दरवाजा खोलने पर उन्हें पूरन का शव फांसी पर लटका हुआ मिला। यह देख परिवार के लोग हड़बड़ाए और तुरंत पुलिस को सूचित किया।

पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची और शव का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। अब तक की जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस हर पहलू पर गौर कर रही है।

पूलिस का कहना है कि मामले में किसी तरह की संलिप्तता या अपराधी तत्व का पता लगाने के लिए वे लगातार जांच कर रहे हैं। पूरन की पत्नी और अन्य परिवार के सदस्य भी पुलिस के समक्ष बयान देने के लिए बुलाए गए हैं। इस घटना से मोहल्ले में सनसनी फैल गई है, क्योंकि पूरन एक साधारण मजदूर था और उसके घर में अचानक इस तरह का हादसा होने से स्थानीय लोग स्तब्ध हैं।

पूरन की मौत से उसके तीन छोटे बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है, और परिवार इस दुखद घटना से जूझ रहा है। परिवार और मोहल्ले वाले इस दुखद घटनाक्रम से शोक संतप्त हैं।

(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com 


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