निवाड़ी जिले के शास्त्री उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, नैगुवां में फर्जी दस्तावेजों के जरिए अनियमित भुगतान का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घोटाले में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) आरडी वर्मा और पृथ्वीपुर विकास खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) एनसी तिवारी पर आरोप लगे हैं। कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने स्कूल शिक्षा विभाग की सचिव को पत्र भेजकर दोनों अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
लोक शिक्षण आयुक्त ने दिए जांच के आदेश
मध्य प्रदेश लोक शिक्षण आयुक्त शिल्पा गुप्ता ने मामले को गंभीर मानते हुए दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं। आरोप है कि दोनों अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों रुपए का भुगतान किया, जिससे सरकारी खजाने को बड़ा नुकसान हुआ।
रिटायरमेंट से ठीक पहले फंसे बीईओ!
बीईओ एनसी तिवारी 28 फरवरी को रिटायर होने वाले हैं, लेकिन इससे पहले ही वह भ्रष्टाचार के इस बड़े मामले में घिर गए हैं। कलेक्टर ने मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियम 1966 के तहत कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।
सीएम हेल्पलाइन पर 64 से ज्यादा शिकायतें!
शिक्षा विभाग में हो रहे घोटाले की गूंज सीएम हेल्पलाइन तक पहुंची थी। यहां 64 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई थीं, जबकि अन्य माध्यमों से भी प्रशासन को कई शिकायतें मिलीं। वित्तीय अनियमितताओं को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने जांच तेज की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की।
कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने कहा— "हमने मामले की जांच के लिए पत्र भेज दिया है और विभागीय कार्रवाई शुरू हो चुकी है।"
अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग इस भ्रष्टाचार पर क्या सख्त कदम उठाता है और दोषियों को कब तक सजा मिलती है!
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com