हमीरपुर: राठ कोतवाली क्षेत्र में पुलिस की संवेदनहीनता का एक और मामला सामने आया है। सरसई गांव की रहने वाली सुनीता नामक एक महिला को अपने घर में हुई चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पिछले कई दिनों से थाने के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, लेकिन पुलिस उनकी शिकायत दर्ज करने में आनाकानी कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
4 फरवरी 2025 को सुनीता अपने परिवार के साथ मैनपुरी के करहल में ईंट भट्ठे से वापस अपने घर लौटीं। घर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि उनके घर के सभी कमरों और बक्सों के ताले टूटे हुए थे और सारा सामान बिखरा पड़ा था। चोर उनके घर से लाखों रुपये के सोने-चांदी के जेवरात और अन्य कीमती सामान चुरा ले गए थे।
पुलिस की लापरवाही
पीड़िता ने 5 फरवरी को राठ कोतवाली में चोरी की लिखित शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। न तो पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और न ही एफआईआर दर्ज की है। सुनीता पिछले तीन दिनों से लगातार थाने के चक्कर काट रही हैं, लेकिन हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी है।
उच्च अधिकारियों से लगाई गुहार
आज सुनीता ने पुलिस के उच्च अधिकारियों को भी शिकायती पत्र भेजा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि शायद अब उनकी सुनवाई होगी और उन्हें न्याय मिलेगा।
पुलिस का जवाब
इस मामले में राठ कोतवाली के प्रभारी इंस्पेक्टर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। लेकिन, पीड़िता का कहना है कि जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है और पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
यह घटना पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। एक महिला को न्याय पाने के लिए इस कदर भटकना पड़ रहा है, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com