दतिया में अवैध खनन पर वन विभाग का शिकंजा: रातोंरात होगी निगरानी, रास्ते बंद

आशुतोष नायक
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दतिया जिले के मऊअर नदी के घुघसी घाट पर अवैध खनन की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए वन विभाग ने सख्त कदम उठाए हैं। हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में जेसीबी और एलएनटी मशीनों से अवैध खनन होते हुए दिखाया गया था, जिसके बाद विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए खनन रोकने के लिए कमर कस ली है।

तत्काल कार्रवाई: रास्ते बंद, निगरानी शुरू

वन विभाग की टीम ने रेंजर शैलेन्द्र गुर्जर के नेतृत्व में मौके पर पहुंचकर अवैध खनन के रास्तों को जेसीबी मशीनों से खंती खुदवाकर बंद कर दिया है। इसके साथ ही, बुधवार रात से ही इलाके में विशेष निगरानी टीम द्वारा पेट्रोलिंग शुरू कर दी गई है। रेंजर शैलेन्द्र गुर्जर ने बताया कि अवैध खनन को पूरी तरह से रोकने के लिए यह कदम उठाए गए हैं और आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

निगरानी टीम का गठन: 24 घंटे पहरा

अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए वन विभाग ने एक विशेष निगरानी टीम का गठन किया है। यह टीम 24 घंटे इलाके में गश्त करेगी और अवैध खनन की किसी भी गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई करेगी।

आगे भी सख्त कार्रवाई के संकेत

वन विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि अवैध खनन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आगे भी अवैध खनन में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

स्थानीय लोगों की भूमिका

वन विभाग ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे अवैध खनन की किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत विभाग को दें। उन्होंने कहा कि अवैध खनन को रोकने में स्थानीय लोगों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है।

यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?

अवैध खनन पर्यावरण के लिए एक गंभीर खतरा है। इससे न केवल नदियों का स्वरूप बिगड़ता है, बल्कि मिट्टी के कटाव और भूस्खलन जैसी समस्याएं भी पैदा होती हैं। इसके साथ ही, अवैध खनन से सरकार को भी राजस्व का नुकसान होता है। इसलिए, वन विभाग द्वारा उठाया गया यह कदम अवैध खनन को रोकने और पर्यावरण को बचाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com 

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