झांसी में एक फाइनेंस कंपनी के एजेंट ने ब्याज कम कराने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी कर डाली। व्यापारियों और सरकारी कर्मचारियों को 12% से 8% ब्याज पर लोन कराने का भरोसा दिलाया गया, लेकिन इसके बदले उनके खातों से मोटी रकम उड़ा ली गई। अब पीड़ित इंसाफ के लिए पुलिस के दरवाजे खटखटा रहे हैं।
स्कीम के नाम पर खेल
थाना नवाबाद क्षेत्र के कई लोगों ने मकान बनाने और व्यापार बढ़ाने के लिए एक वित्तीय कंपनी से लोन लिया था। इस पर उन्हें 12% ब्याज भरना पड़ रहा था। इसी दौरान एक एजेंट ने उन्हें भरोसा दिया कि वह उनकी पॉलिसी को नई स्कीम में बदलकर ब्याज दर 8% करा सकता है।
कम ब्याज का फायदा देखकर कई लोगों ने उस पर भरोसा कर लिया और एजेंट को 15 करोड़ रुपये के चेक और अन्य माध्यमों से भुगतान कर दिया। लेकिन जल्द ही सच्चाई सामने आई—उनके खाते से पैसा तो निकल गया, मगर ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ!
गैरंटी के नाम पर ठगी
पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि एजेंट ने पहले उनसे चेक लिए और कहा कि वह कंपनी की मोहर लगाकर प्रोसेस पूरा कर देगा। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया और सीधे अपने खाते में पैसा ट्रांसफर करा लिया।
शिक्षा विभाग के कर्मचारी शुभाष त्रिपाठी ने बताया कि एजेंट के ससुर समेत कुछ लोगों ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि ब्याज कम हो जाएगा और पुरानी पॉलिसी बंद हो जाएगी। लेकिन न तो ब्याज घटा, न पुरानी पॉलिसी बंद हुई उल्टा, लाखों रुपये भी चले गए।
अब सभी पीड़ित पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन सवाल ये है कि क्या करोड़ों गंवा चुके लोगों को उनका हक मिल पाएगा?
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com
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