महोबा में एक युवती पिछले 5 दिनों से सदर तहसील में धरने पर बैठी है। उसका आरोप है कि उसका चचेरा भाई उसे मकान बेचने से रोक रहा है और विरोध करने पर उसने मारपीट की। यह मामला शहर के मुकेरीपुरा मोहल्ले का है, जहां रहने वाली पीड़िता के माता-पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। युवती इस मकान में अकेले रहती है और उसकी 5 अप्रैल को शादी तय हो चुकी है।
मकान बेचने की कोशिश पर चचेरे भाई से टकराव
युवती ने बताया कि शादी के लिए उसे आर्थिक सहायता की जरूरत है, इसलिए उसने अपना मकान बेचने का फैसला किया। जब उसने इस बारे में अपने चचेरे भाई से बात की, तो उसने इसका विरोध किया और युवती के साथ मारपीट की। आरोप है कि चचेरे भाई ने उसे अपशब्द कहे और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया।
युवती का यह भी कहना है कि जब उसकी विवाहित बहन उसे खाना देने आती है, तो आरोपी उसे भी धमकाता है। परेशान होकर युवती ने पुलिस और अन्य उच्चाधिकारियों से शिकायत की, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उसने धरने पर बैठने का फैसला किया।
चचेरे भाई ने आरोपों को बताया झूठा
वहीं, युवती के चचेरे भाई ने इन सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उसका कहना है कि अभी संपत्ति का बंटवारा नहीं हुआ है, इसलिए कोई भी अपने हिस्से की जमीन या मकान बेच नहीं सकता। उसने यह भी दावा किया कि पहले भी उस पर झूठे आरोप लगाए जा चुके हैं और यह मामला भी उसी तरह का है।
युवती की न्याय और जांच की मांग
धरने पर बैठी युवती का कहना है कि जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा, वह प्रदर्शन जारी रखेगी। उसने प्रशासन से मांग की है कि उसकी शिकायत पर निष्पक्ष जांच हो और उसे मकान बेचने की अनुमति दी जाए।
प्रशासन की भूमिका
फिलहाल इस मामले में प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। अगर विवाद का समाधान जल्द नहीं निकला, तो यह मामला और गंभीर हो सकता है। वहीं, युवती के धरने के चलते यह मुद्दा अब चर्चा का विषय बन चुका है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com