झांसी में साइबर फ्रॉड घोटाला उजागर कर जनता के हीरो बने राजा प्रताप सिंह अब पूँछ वार्ड नं-1 से ठोक रहे दावेदारी
झांसी | जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर जारी है और अब दावेदारों ने मैदान में उतरना शुरू कर दिया है। पूँछ क्षेत्र की जिला पंचायत वार्ड-1 सीट इस बार खासा चर्चाओं में है। यहां ठाकुर जाति से ताल्लुक रखने वाले 30 साल के युवा चेहरा राजा प्रताप सिंह उर्फ राजा जौरा अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
राजा प्रताप सिंह मूल रूप से मौठ तहसील के जौरा गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता अरविंद सिंह, राजस्व विभाग में लेखपाल रहे और वर्ष 2022 में सेवानिवृत्त हुए। ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद परिवार की छवि हमेशा ईमानदार और सेवा भाव वाली रही है।
शैक्षिक योग्यता
राजा प्रताप सिंह की शुरुआती शिक्षा मोठ कस्बे के विद्या मंदिर विद्यालय से हुई। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने आगरा का रुख किया और वर्ष 2016 में डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा से बीकॉम की डिग्री हासिल की। शिक्षा के दौरान ही उनमें सामाजिक कार्यों की रुचि जागृत हुई और यही उन्हें राजनीति की राह पर ले गई।
राजनीतिक सफर
- राजा प्रताप सिंह का राजनीतिक सफर वर्ष 2013 से शुरू हुआ।
- 25 दिसंबर 2013 को वे भाजपा के बूथ अध्यक्ष बने।
- 2017 में उन्हें सेक्टर अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली।
- 2018 में कार्यकुशलता देखते हुए युवा मोर्चा ने उन्हें मोठ का मंडल मंत्री बनाया।
- 2019 में वे पूँछ मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष बने और अभी भी इस पद पर कार्यरत हैं।
काम और उपलब्धियां
राजा प्रताप सिंह ने अपने राजनीतिक सफर में कई गंभीर मुद्दों पर संघर्ष किया। क्षेत्र में फैले साइबर फ्रॉड घोटाले को उजागर कर उन्होंने जनता का विश्वास जीता, यह मामला थाना से लेकर जिला और प्रदेश स्तर तक पहुंचाया, जांच में 1 करोड़ 80 लाख का घोटाला सामने आया और पुलिस ने कई आरोपियों को जेल भेजा, इस सफलता ने उन्हें एक निष्कलंक और जनता की आवाज़ बुलंद करने वाले नेता के रूप में पहचान दिलाई।
जनता के बीच प्रमुख मुद्दे
राजा प्रताप सिंह का कहना है कि उनका चुनावी एजेंडा सिर्फ और सिर्फ विकास है, कई गांव आज भी सड़क, बिजली और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। उनका वादा है कि यदि जनता उन्हें अवसर देती है तो इन गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। वे खुद गांव-गांव जाकर लोगों से सीधा संवाद कर रहे हैं और उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं।
प्रेरणा स्रोत और विचारधारा
राजनीति में राजा प्रताप सिंह के प्रेरणा स्रोत गरौठा विधायक जवाहरलाल राजपूत हैं। उनका कहना है कि 2013 में जब उन्होंने राजनीति में कदम रखा था, उस समय क्षेत्र में गुंडागर्दी और भय का माहौल था। उन्होंने संकल्प लिया कि इस भय की राजनीति को समाप्त कर लोकतंत्र की असली ताकत जनता को मजबूत करेंगे।
दिलचस्प मुकाबले
पूँछ की वार्ड-1 सीट पर इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प होने जा रहा है। युवा, ऊर्जावान और जमीनी नेता के रूप में राजा प्रताप सिंह उर्फ राजा जौरा जनता के बीच अपनी पैठ बनाने में जुटे हैं। उनके मुद्दे साफ हैं – विकास, शिक्षा, सड़क और बिजली। अब देखना यह होगा कि क्या जनता उन्हें इस बार जिला पंचायत की जिम्मेदारी सौंपकर अपने क्षेत्र की तकदीर बदलने का मौका देती है।
( रिपोर्टर पलक श्रीवास ) Bundelivarta.com