निवाड़ी जिले के मुडारा गांव में तेरहवीं भोज पर पंचायत का बड़ा फैसला

पलक श्रीवास
0
निवाड़ी जिले के मुडारा गांव में तेरहवीं भोज पर पंचायत का बड़ा फैसला





निवाड़ी। मुडारा गांव में सर्वसमाज की पंचायत ने एक ऐतिहासिक और समाज सुधार से जुड़ा महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब गांव में युवाओं की मृत्यु के बाद तेरहवीं भोज की परंपरा को पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है। यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया, जिसमें सभी समाजों के लोग मौजूद रहे। पंचायत ने स्पष्ट कर दिया कि माता-पिता के जीवित रहते किसी भी व्यक्ति की मृत्यु पर तेरहवीं का आयोजन नहीं होगा।


गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को मिलेगी राहत

पंचायत में चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि तेरहवीं भोज की परंपरा गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर भारी आर्थिक बोझ बन चुकी थी। परंपरा के नाम पर कई बार परिवार कर्ज लेने पर मजबूर हो जाते थे। ऐसे में यह निर्णय उन्हें बड़ी राहत देगा। अब किसी भी परिवार पर समाज की ओर से भोज कराने का दबाव नहीं डाला जाएगा। साथ ही यदि कोई परिवार अपनी इच्छा से तेरहवीं करना चाहता है, तो वह सीमित दायरे में और रीति-रिवाज के अनुसार आयोजन कर सकता है।

उल्लंघन पर होगा सामाजिक बहिष्कार

बैठक में तय किया गया कि बनाए गए नियमों का पालन न करने वाले परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। ग्रामीण न तो उनके यहां भोजन करेंगे और न ही किसी आयोजन में शामिल होंगे। बुजुर्गों की मृत्यु पर तेरहवीं आयोजन की अनुमति दी गई है, लेकिन यह पूरी तरह परिवार की इच्छा पर निर्भर होगा। बैठक में कन्हैयालाल यादव, बलवान, ओमप्रकाश, गोविंद सिंह, राजेश यादव, कुंदनलाल, सुजान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। पंचायत का यह निर्णय गांव में सामाजिक समानता और आर्थिक संतुलन की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।



( रिपोर्टर पलक श्रीवास ) Bundelivarta.com
Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)
To Top