जालौन में मिशन शक्ति 5.0 की पहल से दिव्यांग परिवार को नई उम्मीद
जालौन। मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत जिले के एक दिव्यांग परिवार को प्रशासन ने नई उम्मीद दी है। उमरारखेड़ा के निवासी दिव्यांग देवेंद्र प्रताप सिंह अपनी पत्नी क्रांति देवी और कक्षा 10 की छात्रा बेटी निहारिका के साथ सोमवार को जिलाधिकारी की जनसुनवाई में पहुंचे। परिवार ने बताया कि वे बेटी की शिक्षा का खर्च उठाने में असमर्थ हैं। इसके अलावा उनके पास रहने के लिए मकान भी नहीं है।
जिलाधिकारी और एसपी ने सुनी समस्या
जनसुनवाई के दौरान क्षेत्राधिकारी उरई अर्चना सिंह ने परिवार को पहचानते हुए सीधे जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार के पास पहुंचाया। अधिकारियों ने परिवार की पूरी समस्या ध्यानपूर्वक सुनी। निहारिका की पढ़ाई को लेकर चिंता जताते हुए देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण उनकी बेटी की शिक्षा बीच में ही छूटने की कगार पर है। साथ ही, परिवार के पास स्थायी आवास न होने से उन्हें और कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
त्वरित कार्रवाई से मिली राहत
जिलाधिकारी ने तत्काल निर्णय लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निहारिका की पढ़ाई की पूरी जिम्मेदारी सौंपी। इसके साथ ही आवास की समस्या को देखते हुए संबंधित अधिकारियों को तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए। उसी दिन शाम तक परिवार को आवास की सुविधा उपलब्ध करा दी गई और निहारिका की शिक्षा की व्यवस्था भी हो गई। यह कदम मिशन शक्ति 5.0 के उद्देश्यों की सफलता को दर्शाता है, जिसमें प्रशासन महिलाओं और बालिकाओं की मदद के लिए संवेदनशील और सक्रिय भूमिका निभा रहा है। परिवार ने जिलाधिकारी और प्रशासन का आभार जताया।
( रिपोर्टर पलक श्रीवास ) Bundelivarta.com