झांसी न्यूज़। झांसी के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में एक गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर और नर्सिंग होम स्टाफ पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है।
पाल कॉलोनी निवासी भूपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि उनकी पत्नी आरती साढ़े आठ महीने की गर्भवती थी। 28 मई को जांच के लिए खंडेराव गेट के पास एक महिला डॉक्टर के पास गए थे। 31 मई को जब दोबारा रिपोर्ट लेकर पहुंचे, तो डॉक्टर ने खून की कमी बताते हुए आरती को मिशन कम्पाउंड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती करा दिया।
परिजनों का आरोप है कि वहां नर्सिंग स्टाफ ने आयरन-कैल्शियम का जो इंजेक्शन धीरे-धीरे 4 से 5 घंटे में चढ़ाया जाना चाहिए था, उसे सिर्फ 20 मिनट में चढ़ा दिया गया। इसके तुरंत बाद आरती की हालत बिगड़ गई — शरीर सुन्न हो गया, दिखाई देना बंद हो गया और उल्टियां शुरू हो गईं।
घबराए परिजनों ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया और फिर आरती को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि गर्भ में बच्चे की धड़कन बंद हो चुकी है। इसके बाद एक प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन कर मृत शिशु को बाहर निकाला गया, फिलहाल महिला का इलाज जारी है और स्थिति पहले से बेहतर है।
परिजनों ने पहले स्थानीय दरोगा से शिकायत की, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे एसपी कार्यालय पहुंचे। पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।
परिवार की मांग है कि दोषी डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही किसी और की जान न ले सके।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com