टीकमगढ़ : बम्हौरी कलां के खेतों में लगी आग, दमकल विभाग ने समय रहते पाया काबू

रोहित राजवैद्य
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टीकमगढ़ न्यूज़ | टीकमगढ़ जिले के बम्हौरी कलां गांव में शनिवार की सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब हायर सेकेंडरी स्कूल के पीछे स्थित खेतों में अचानक आग लगने की खबर फैल गई। आग की सूचना क्षेत्र में इतनी तेजी से फैली मानो खुद आग ही चारों ओर फैल रही हो। इस घटना ने ग्रामीणों में हड़कंप मचा दिया और लोग मौके की ओर दौड़ पड़े।



जानकारी के अनुसार, आग जिस खेत में लगी वह खेत टीकमगढ़ जिले के एक सक्रिय युवा पत्रकार अनिल श्रीवास का है। उन्होंने सुबह लगभग 9 बजे खेत में आग की लपटें उठती देखीं और तत्काल इसकी सूचना थाने और दमकल विभाग को दी। अनिल की तत्परता से प्रशासन भी सक्रिय हो गया और थोड़े ही समय में दमकल वाहन तथा थाना प्रभारी रश्मि जैन अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गईं।


थानाप्रभारी रश्मि जैन ने बताया, "सुबह करीब 9 बजे मुझे अनिल श्रीवास द्वारा फोन पर खेत में आग लगने की सूचना मिली। मैंने बिना देर किए दमकल विभाग को सूचित किया और स्वयं मौके पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू करवाया। दमकल कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत और सूझबूझ के साथ आग पर काबू पाया।


आग बुझाने के लिए दमकल विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि खेत में सूखी घास और पराली के कारण आग तेजी से फैल रही थी। यदि समय रहते आग पर नियंत्रण न पाया जाता, तो यह पास ही स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल और आसपास के अन्य खेतों तक फैल सकती थी, जिससे बड़ा नुकसान हो सकता था।


घटना के बाद जब खेत मालिक अनिल श्रीवास से बात की गई, तो उन्होंने कहा, "यह घटना पूरी तरह से रहस्यमयी है क्योंकि खेत में किसी प्रकार की बिजली या आग जलाने की कोई गतिविधि नहीं थी। संभव है कोई राहगीर सड़क से गुजरते हुए बीड़ी या सिगरेट पीकर खेत के पास फेंक गया हो। चूंकि इन दिनों खेतों में सूखी घास पड़ी रहती है, इसलिए ऐसी चीजों से आग लगने की आशंका हमेशा बनी रहती है।


फिलहाल प्रशासन ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है। दमकल विभाग और पुलिस द्वारा क्षेत्र में निरीक्षण किया जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आग प्राकृतिक कारणों से लगी थी या इसमें किसी की लापरवाही शामिल है।


गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई और आग से ज्यादा बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा। खेत में कुछ हिस्सा जरूर जल गया है, लेकिन समय रहते की गई कार्रवाई ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। इस घटना ने ग्रामीणों को सावधान कर दिया है और लोग अब खेतों में सुरक्षा के प्रति ज्यादा सतर्क दिखाई दे रहे हैं।



यह घटना न केवल एक गंभीर चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि आग जैसी आपदाएं कब और कैसे कहर बनकर टूट पड़ेंगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में आग सुरक्षा के उपायों और सतर्कता को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। प्रशासन की तत्परता और स्थानीय नागरिकों की सजगता ने इस बार बड़ी अनहोनी से बचा लिया, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है।


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(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarat.com 

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