छतरपुर न्यूज़। छतरपुर जिला जेल का निरीक्षण गुरुवार को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रविन्द्र सिंह ने किया। इस निरीक्षण के दौरान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) स्वाति जायसवाल, कलेक्टर पार्थ जैसवाल और पुलिस अधीक्षक अगम जैन भी मौजूद रहे।
निरीक्षण की शुरुआत कैदी वार्ड से हुई, जहां न्यायाधीश ने बंदियों से सीधे संवाद कर उनका हालचाल जाना और जेल में दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। खाद्यान्न की गुणवत्ता और मात्रा की जांच करते हुए उन्होंने व्यवस्था को ठीक रखने के निर्देश दिए।
महिला बंदी वार्ड में पहुंचकर उन्होंने विशेष रूप से महिला कैदियों की स्थिति देखी और जेलर को निर्देश दिए कि उन्हें सिलाई जैसे कार्यों से जोड़ा जाए, ताकि वे जेल अवधि में कुछ नया सीख सकें और भविष्य में इसका लाभ उठा सकें।
जेल अस्पताल की व्यवस्था की भी बारीकी से जांच की गई। यहां मेडिकल रजिस्टर की स्थिति देखी गई, जिसमें कई कमियां पाई गईं। खासतौर पर जेल चिकित्सक डॉ. अमित खरे के 21 अप्रैल 2025 से लगातार अनुपस्थित रहने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और जेल प्रशासन को निर्देश दिए कि उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस (शोकॉज) जारी किया जाए।
पूरे निरीक्षण के दौरान जेल परिसर की साफ-सफाई, सुरक्षा और कैदियों के व्यवहार की भी समीक्षा की गई। अधिकारियों ने इस निरीक्षण को नियमित व्यवस्था सुधार का हिस्सा बताया।
(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com