टीकमगढ़ न्यूज़। पश्चिम बंगाल में वक्फ अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा और हिंदू समाज पर हुए हमलों के विरोध में विश्व हिंदू परिषद ने टीकमगढ़ में जोरदार प्रदर्शन किया। परिषद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर एकत्र होकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में परिषद ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।
परिषद का कहना है कि बीते एक सप्ताह से बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में हिंदू समाज को निशाना बनाया जा रहा है। कई स्थानों पर हिंसा, आगजनी और लूटपाट की घटनाएं हुई हैं, जिनमें बड़ी संख्या में हिंदू परिवार प्रभावित हुए हैं। परिषद के अनुसार, राज्य सरकार पूरी तरह से निष्क्रिय बनी हुई है और कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है।
परिषद ने आरोप लगाया कि मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के चलते राज्य सरकार हिंदुओं की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रही है। हिंसा में प्रभावित कई हिंदू परिवारों को अपने घर छोड़कर पलायन करना पड़ा है। यह संविधान और नागरिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है। ऐसी परिस्थितियों में केवल राष्ट्रपति शासन ही एकमात्र उपाय है जिससे वहां के पीड़ितों को न्याय और सुरक्षा मिल सके।
टीकमगढ़ में हुए इस विरोध प्रदर्शन के दौरान विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, प्रांत पदाधिकारी राजकुमार पाठक, जिला मंत्री राजेन्द्र राजा परमार, सत्संग प्रमुख जीवन शर्मा, सह संयोजक मुकेश विश्वकर्मा, संघ के धर्म जागरण प्रमुख सुभाषचन्द्र वैघ, मठ-मंदिर प्रमुख नीरज तिवारी, जतारा के गौसेवा प्रमुख अनिल श्रीवास, टीकमगढ़ प्रखंड संयोजक विवेक रजक, अभय घोष, प्रशांत रैकवार सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की। परिषद ने स्पष्ट किया कि जब तक बंगाल में निष्पक्ष और सख्त शासन व्यवस्था लागू नहीं होती, तब तक हिंदू समाज वहां सुरक्षित नहीं रह सकता। परिषद का कहना है कि यह आंदोलन आगे भी तब तक जारी रहेगा, जब तक पीड़ितों को न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती।
(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com