झांसी न्यूज़। झांसी के मड़ोरा गांव में एक किसान ने कर्ज के बोझ से परेशान होकर अपनी जान ले ली। 35 वर्षीय राकेश कुमार, जो खेती-किसानी करता था, करीब 5 लाख रुपए के कर्ज में डूबा हुआ था। यह कर्ज वह चुका नहीं पा रहा था, जिसके चलते वह मानसिक तनाव और डिप्रेशन का शिकार हो गया था। राकेश रविवार शाम घर से घूमने जाने की बात कहकर निकला, लेकिन रातभर वापस नहीं लौटा।
सर्द रात में परिवार ने की खोज, सुबह मिली लाश
रातभर राकेश के परिवारवालों ने उसकी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला। सोमवार सुबह करीब 10 बजे रेलवे गैंगमेन को रेलवे पटरी के पास लाश के टुकड़े दिखाई दिए। जब परिवार ने मौके पर जाकर देखा, तो यह राकेश की लाश थी, जो पांच टुकड़ों में बटी हुई थी। मृतक के फूफा रामकुमार ने बताया कि राकेश के शरीर से सिर और एक हाथ गायब था, जबकि दोनों पैर कटकर अलग-अलग पड़े थे।
कर्ज और तनाव ने बना दिया था डिप्रेशन का शिकार
राकेश कुमार के पास करीब 3 बीघा जमीन थी, और उसने बटिया पर 8 बीघा खेत ले रखा था। कर्ज के कारण वह लगातार मानसिक दबाव में था। पिछले कुछ महीनों से वह कर्ज चुका नहीं पा रहा था, जिससे उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी। घरवालों के मुताबिक, वह मानसिक रूप से टूट चुका था और यही कारण था कि उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
मृतक की पत्नी और बच्चे हुए बेसहारा
राकेश की पत्नी सुधा और तीन छोटी बेटियों और एक बेटे के लिए यह दुःखद घटना जीवन का सबसे बड़ा संकट बन चुकी है। उसकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के परिवार में मातम पसरा हुआ है, और गांववाले भी इस दिल दहला देने वाली घटना से शोकित हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com