झांसी में मौत का रहस्य : युवक ने खाया जहर, पुलिस बोली फांसी लगाई!

रोहित राजवैद्य
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झांसी न्यूज़। झांसी के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उसे किसी अनजान नंबर से बार-बार फोन करके डराया और धमकाया जा रहा था, जिससे मानसिक तनाव में आकर उसने जहर खा लिया। दूसरी ओर, पुलिस ने फांसी के पंचनामा की कार्रवाई करते हुए पोस्टमॉर्टम कराया, जिससे परिजन भड़क गए।




न्यू रेलगंज के पुलिया नंबर 9 इलाके में रहने वाले दर्शन कुमार का 25 वर्षीय बेटा योगेश शनिवार दोपहर अपने कमरे में मृत पाया गया। घरवालों ने बताया कि वह हर दिन की तरह कोचिंग से लौटने के बाद खाना खाकर कमरे में सोने गया था। जब शाम पांच बजे तक दरवाजा नहीं खुला, तो मां रानी को शक हुआ। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खुलवाया गया तो योगेश बेड पर अचेत पड़ा था और उसके मुंह से झाग निकल रही थी।


ब्लैकमेलिंग का शिकार था बेटा, एक ही नंबर से आ रही थीं कॉल

पिता दर्शन कुमार ने आरोप लगाया कि उनके बेटे के मोबाइल पर पिछले कुछ समय से एक ही नंबर से बार-बार कॉल आ रही थीं। मौत वाले दिन भी मोबाइल लगातार बज रहा था। यहां तक कि जब मां दरवाजा खटखटा रही थीं, उस वक्त भी फोन की घंटी सुनाई दे रही थी।


उन्होंने बताया कि उसी नंबर से कुल आठ कॉल आईं। उन्हें शक है कि फोन करने वाला व्यक्ति योगेश को ब्लैकमेल कर रहा था और इसी मानसिक दवाब में उसने जान दे दी।


मोबाइल को नहीं सौंपा पुलिस को, खुद कराएंगे डेटा रिकवरी

घटना के बाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की। हालांकि, योगेश का मोबाइल पुलिस को नहीं सौंपा गया। दर्शन कुमार ने साफ कहा कि वह खुद बेटे का फोन डेटा रिकवर कराएंगे ताकि पता चल सके कि आखिर कौन उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था।


पुलिस की लापरवाही: फांसी लिखा पंचनामा, परिजन बोले- यह जहर से मौत है

इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई भी सवालों के घेरे में आ गई है। मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी में जब पंचनामा भरा जा रहा था, तब उसमें मौत का कारण 'फांसी' दर्ज किया गया, जबकि परिजनों का दावा है कि योगेश ने जहर खाया था।


दर्शन कुमार ने बताया कि बेटे के गले में एक गमछा जरूर था, लेकिन उसे फांसी का फंदा समझ लेना गलत है। उन्होंने पंचनामा पर हस्ताक्षर करने से भी इनकार कर दिया।


लोको पायलट बनने का था सपना, नहीं थी किसी से रंजिश

योगेश के पिता ने बताया कि उनका बेटा लोको पायलट बनने का सपना देखता था। उसने आईटीआई से डिप्लोमा कर लिया था और अब पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा था। वह कोचिंग के अलावा कहीं नहीं जाता था और उसकी किसी से दुश्मनी भी नहीं थी।


अब परिजन चाहते हैं कि पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल और उस नंबर की जांच कर ब्लैकमेलिंग की सच्चाई सामने लाए। वहीं, युवक की मौत से पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है।


(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com 



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