टीकमगढ़ न्यूज़ | टीकमगढ़ जिले में पलायन रोकने के लिए ‘गांव में रोजगार, पलायन पर वार’ अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत जतारा जनपद की ग्राम पंचायत पनयाराखेरा में कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने अचानक पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने वहां चल रहे मनरेगा कार्यों का जायजा लिया और मजदूरी कर रहे ग्रामीणों से बातचीत की। मजदूरों ने बताया कि अब गांव में ही काम मिल रहा है, जिससे उन्हें बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ रही।
चौपाल में मिली नई दिशा
कलेक्टर श्रोत्रिय इसके बाद ग्राम चतुरकारी पहुंचे, जहां सामुदायिक भवन में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। उन्होंने मजदूरों को गांव से बाहर जाकर काम करने से होने वाली परेशानियों की जानकारी दी और समझाया कि गांव में ही रोजगार उपलब्ध हो रहा है। चौपाल में शामिल सौ से अधिक ग्रामीणों ने वादा किया कि अब वे गांव छोड़कर मजदूरी के लिए बाहर नहीं जाएंगे।
मनरेगा बना सहारा
ग्राम कमलनगर में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत खेत तालाब निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया गया। यहां दिल्ली से लौटे मजदूर मनरेगा योजना के तहत काम कर रहे थे। कलेक्टर ने श्रमिकों से संवाद किया, जहां उन्होंने भरोसा जताया कि अब वे दिल्ली लौटकर नहीं जाएंगे और गांव में रहकर ही काम करेंगे। वहीं ग्रामीणों ने चंदेलकालीन तालाब को गहरा करने की भी मांग रखी।
मूलभूत समस्याओं पर भी दिखा फोकस
पनयाराखेरा में भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने अपनी बुनियादी समस्याएं भी साझा कीं, जैसे नामांतरण, बंटवारा और नल-जल योजना से पानी न पहुंचना। कलेक्टर ने मौके पर मौजूद पटवारी को कैंप लगाकर नामांतरण की समस्याएं हल करने के निर्देश दिए। वहीं सरपंच, सचिव और संबंधित अधिकारियों को पेयजल आपूर्ति बहाल करने के आदेश दिए। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि गांव में ही रोजगार के साधन बढ़ाए जाएंगे ताकि कोई पलायन न करे।
इस मौके पर एसडीएम टीकमगढ़ लोकेन्द्र सिंह सरल, जनपद सीईओ सिद्धगोपाल वर्मा, तहसीलदार पियुष दीक्षित, सहायक यंत्री सत्वेन्द्र यादव, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी प्रमोदादित्य तिवारी सहित ग्राम के सरपंच, सचिव और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।
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(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com