झांसी : चकबंदी के खिलाफ किसानों का हल्ला बोल, सड़क पर डटे

रोहित राजवैद्य
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झांसी न्यूज़। झांसी के ग्राम कचनेव में चकबंदी के विरोध में सोमवार को सैकड़ों किसानों ने जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में किसानों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए चकबंदी अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए। किसानों ने चेताया कि चाहे हालात जैसे भी हों, वे गांव में चकबंदी नहीं होने देंगे।


तपती सड़क पर किसानों का हौसला बुलंद

जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में किसानों ने बताया कि चकबंदी अधिकारी ने समिति की मंजूरी के बिना ही दस्तावेज तैयार कर लिए। आरोप है कि न तो समिति के अध्यक्ष की सहमति ली गई और न ही उनके हस्ताक्षर दस्तावेजों पर मौजूद हैं। किसानों का कहना है कि इस तरह की मनमानी उन्हें किसी भी हाल में स्वीकार नहीं है।


चिलचिलाती धूप में किसान सड़क पर धरने पर बैठे


जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे किसान अपनी मांगों को लेकर चिलचिलाती धूप में सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। हाथों में तख्तियां और नारों से गूंजते किसान बोले—"डालो जेल में या बना लो बंदी, नहीं होने देंगे चकबंदी।"


प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो वे परिवार की महिलाओं और बच्चों के साथ फिर से आंदोलन करने आएंगे। किसान पूरी तरह अपने हक के लिए डटे हुए हैं।


चकबंदी दस्तावेजों पर भी उठाए सवाल


ज्ञापन में किसानों ने आरोप लगाया कि चकबंदी दस्तावेज में गांव की पूरी भूमि को नहर सिंचित दिखाया गया है, जबकि नाली, गूल या वॉटर कैनाल जैसी कोई व्यवस्था नहीं की गई। किसानों का कहना है कि गांव की सिंचाई तालाबों के भरोसे है, लेकिन केन-बेतवा लिंक परियोजना में गांव को शामिल नहीं किया गया है। किसानों ने कचनेव गांव को चकबंदी मुक्त करने की मांग की है और चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं हुई तो कलेक्ट्रेट में ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे।


समाजवादी पार्टी भी किसानों के साथ


किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह भोजला भी धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि पार्टी उनके साथ है और अन्याय होने पर जोरदार तरीके से आवाज उठाई जाएगी।


(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com 

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