ललितपुर न्यूज़। ललितपुर यूपी और एमपी के कई जिलों में हजारों करोड़ की ठगी करने वाली चिटफंड कंपनी LUCC के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस घोटाले में वाइस चेयरमैन विपुल शुक्ला, डायरेक्टर संजीव खरे और साझेदार विनय कुमार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से कंपनी से जुड़े अहम दस्तावेज और तकनीकी उपकरण बरामद किए हैं, जिनसे इस घोटाले के नए राज सामने आ सकते हैं।
सेमिनारों से फैलाया ठगी का जाल
जांच में पता चला है कि संजीव खरे लोगों को सेमिनार और गोष्ठियों के जरिए निवेश का लालच देता था। वहीं, विपुल शुक्ला लोगों को अधिक मुनाफे का प्रलोभन देकर पैसे जमा करवाता था। पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों ने ठगी की रकम को चल और अचल संपत्तियों में निवेश किया है।
मुख्य आरोपी दुबई में छिपा, 50 हजार का इनाम
LUCC के सीएमडी समीर अग्रवाल फिलहाल दुबई में छिपा हुआ है। पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है और लुकआउट नोटिस जारी किया है। समीर अग्रवाल के खिलाफ 20 से ज्यादा केस दर्ज हैं और पुलिस ने अब तक 34 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
ठगी का तरीका और लोगों को कैसे फंसाया
संजीव खरे ने पूछताछ में बताया कि वह LUCC का डायरेक्टर था और समीर अग्रवाल के साथ मिलकर सेमिनारों और गोष्ठियों का आयोजन करता था। इन आयोजनों में लोगों को लुभावने पैंपलेट दिखाकर उन्हें निवेश के लिए राजी किया जाता था। इस झांसे में फंसे लोगों ने कंपनी में अपनी रकम जमा कर दी।
ठगी की रकम का क्या हुआ?
विपुल शुक्ला ने खुलासा किया कि कंपनी से जमा की गई रकम को नगद के रूप में लेकर कई संपत्तियों में निवेश किया गया। अब SIT की टीम कंपनी के बैंक खातों, लेन-देन और संपत्तियों की जांच कर रही है।
अब क्या होगा?
पुलिस का कहना है कि समीर अग्रवाल को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने निवेशकों से अपील की है कि अगर उन्होंने LUCC में पैसे लगाए हैं, तो वे पुलिस से संपर्क कर सकते हैं और अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
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(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com