बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के कर्मचारी ने की आत्महत्या, दरवाजा बाहर से बंद कर परिवार को किया कैद

आशुतोष नायक
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झांसी न्यूज़ | झांसी स्थित बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी कैंपस में रहने वाले एक कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली। उसने यह कदम उठाने से पहले अपने परिवार को कमरे में बंद कर दिया, ताकि कोई उसे रोक न सके। सुबह जब परिजन जागे तो दरवाजा बाहर से बंद मिला। किसी तरह बाहर निकलने के बाद उन्हें कर्मचारी का शव आंगन में फांसी पर लटका मिला।



रात में परिवार को बंद कर किया सुसाइड

मृतक की पहचान राजकुमार अहिरवार (40) पुत्र जगदीश अहिरवार के रूप में हुई है। वह यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस की मैस में कर्मचारी था और कैंपस में स्थित सरकारी क्वार्टर में पत्नी और पांच बच्चों के साथ रहता था।

गुरुवार रात राजकुमार घर के आंगन में लेटा था, जबकि उसकी पत्नी और बच्चे कमरों में सो रहे थे। आधी रात के बाद उसने दोनों कमरों की कुंडी बाहर से बंद कर दी, ताकि कोई बाहर न आ सके। इसके बाद उसने आंगन में रोशनदान से रस्सी बांधकर फांसी लगा ली।

सुबह दरवाजा बंद देख हैरान रह गए परिजन

जब सुबह पत्नी और बच्चे जागे तो उन्होंने दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वह बाहर से बंद था। काफी मशक्कत के बाद उन्होंने कुंडी के नट-बोल्ट खोलकर दरवाजा खोला और बाहर निकले। तभी उनकी नजर आंगन में पड़ी, जहां राजकुमार का शव फंदे पर झूल रहा था। यह दृश्य देखकर परिवार में चीख-पुकार मच गई।

परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। नवाबाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।



शराब की लत बनी वजह?

मृतक के छोटे भाई रितिक अहिरवार ने बताया कि राजकुमार अत्यधिक शराब पीने का आदी था। परिजनों ने कई बार उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी आदतों में बदलाव नहीं कर सका। आशंका जताई जा रही है कि शराब की लत और पारिवारिक तनाव के चलते उसने यह कदम उठाया होगा।

पत्नी संविदा कर्मचारी, पांचों बच्चे अविवाहित

राजकुमार की पत्नी प्रभा देवी मेडिकल कॉलेज में संविदा कर्मचारी हैं। उनकी चार बेटियां और एक बेटा है, जो अभी अविवाहित हैं। इस घटना के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या के पीछे की असली वजह जानने के लिए जांच की जा रही है।   


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(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com           

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