डीएम कार्यालय पहुंचे, लेकिन नहीं किया प्रदर्शन
झांसी में बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय ने अवैध नर्सिंग होम पर कार्रवाई की मांग को लेकर जिलाधिकारी की गाड़ी के सामने लेटने का एलान किया था। गुरुवार को वह डीएम कार्यालय पहुंचे, लेकिन अपना प्रदर्शन नहीं कर सके।
सुरक्षा कर्मियों ने रोका, हंगामे के बाद लौटे
डीएम कार्यालय के बाहर पहले से तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान वहां हल्का हंगामा भी हुआ। काफी देर तक चले विवाद के बाद भानु सहाय वहां से लौट गए।
अवैध नर्सिंग होम पर कार्रवाई की मांग
भानु सहाय का आरोप है कि झांसी समेत पूरे बुंदेलखंड में अवैध नर्सिंग होम धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं।
- बिना नक्शा पास कराए और गैर-भू उपयोग वाली जमीन पर ये नर्सिंग होम बनाए गए हैं।
- अग्निशमन विभाग बिना जरूरी सुरक्षा उपायों के अनुमति पत्र जारी कर रहा है।
- प्रदूषण विभाग मेडिकल वेस्ट के निपटान और प्रदूषण की स्थिति की सही जांच नहीं कर रहा।
- मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) बिना आवश्यक प्रक्रिया के इन नर्सिंग होम्स को संचालन की अनुमति दे रहे हैं।
पहले भी कर चुके हैं शिकायतें
भानु सहाय ने कहा कि उन्होंने कई बार मुख्यमंत्री, मंडल आयुक्त और जिलाधिकारी से इस मुद्दे की शिकायत की, लेकिन जांच के नाम पर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।
बोले- "एक हफ्ते बाद फिर डीएम की गाड़ी के सामने लेटूंगा"
भानु सहाय ने एलान किया कि यदि प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो वह एक सप्ताह बाद फिर से जिलाधिकारी कार्यालय आएंगे और उनकी गाड़ी के सामने लेटकर प्रदर्शन करेंगे।
"डीएम बोले- मेरी नहीं, उनकी गाड़ी के आगे जाओ"
भानु सहाय ने दावा किया कि जब वह चार दिन पहले जिलाधिकारी से मिले थे, तो डीएम ने कहा था कि उनकी गाड़ी के आगे नहीं बल्कि जिनके खिलाफ शिकायत है, उनकी गाड़ी के आगे जाकर लेटें।
इस पर भानु सहाय ने जवाब दिया कि "आप जिले के अधिकारी हैं, हम उनकी गाड़ी के नीचे क्यों लेटें?"
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com