जालौन जिले के रहने वाले गजेंद्र शांडिल्य की एक दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई। वह मुरादाबाद डिपो में लिपिक के पद पर कार्यरत थे और अपने गांव देवगांव लौट रहे थे। रास्ते में कानपुर के बिल्हौर थाना क्षेत्र के बांगरमऊ तिराहे के पास उनकी बस हादसे का शिकार हो गई।
रात में बस से गांव लौट रहे थे गजेंद्र
मंगलवार की रात गजेंद्र शांडिल्य मुरादाबाद से अपने गांव देवगांव जाने के लिए रोडवेज बस में सवार हुए थे। यह बस यात्रियों को लेकर कानपुर की ओर बढ़ रही थी।
बुधवार तड़के जब बस कानपुर जिले के बिल्हौर थाना क्षेत्र के बांगरमऊ तिराहे पर पहुंची, तो चालक को झपकी आ गई। इससे बस अनियंत्रित होकर सड़क के बीच बने पुल के डिवाइडर से टकरा गई। हादसे के दौरान गजेंद्र कंडक्टर के पास आगे की सीट पर बैठे थे।
डिवाइडर से टकराई बस, मौके पर ही गई जान
टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। गजेंद्र को गंभीर चोटें आईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद बस में सवार अन्य यात्रियों में भी अफरातफरी मच गई।
सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और मृतक गजेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिवार में मचा कोहराम
गजेंद्र जालौन जिले के कैलिया थाना क्षेत्र के ग्राम देवगांव के निवासी थे। करीब पांच साल पहले उनकी नियुक्ति उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में लिपिक के पद पर हुई थी।
गजेंद्र अविवाहित थे और परिवार में उनके बड़े भाई ब्रजेंद्र और एक बहन हैं। हादसे की खबर मिलते ही उनके परिजन सदमे में आ गए और तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया हादसे की वजह बस चालक को झपकी आना लग रही है। हालांकि, मामले की गहन जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com