झांसी के नवाबाद थाना क्षेत्र में स्थित बीकेडी लोहा मंडी में एक चौंकाने वाली घटना घटी, जहां एक ओवरलोड पिकअप वाहन हवा में लटक गई। यह घटना सोमवार को वर्धमान स्टील इंडस्ट्रीज के गोदाम के पास हुई, जहां पिकअप वाहन (नंबर UP93 CT 6826) में लोहे की रॉड्स लोड की जा रही थीं। वाहन की क्षमता से अधिक माल लोड करने के कारण यह घटना घटी, लेकिन मजदूरों की त्वरित प्रतिक्रिया ने बड़े हादसे को टाल दिया।
घटना का विवरण इस प्रकार है
बीकेडी लोहा मंडी में प्रतिदिन लोहे की गर्डर, रॉड, सरिया, एंगल आदि की लोडिंग-अनलोडिंग का काम होता है। इस दिन भी मजदूर पिकअप में लोहे की रॉड्स लोड कर रहे थे। कम जगह में अधिक माल लोड करने के चक्कर में मजदूरों ने पिकअप के डाले (खुले भाग) में माल भरना जारी रखा। जब वाहन की क्षमता से अधिक माल लोड हो गया, तो पिकअप का संतुलन बिगड़ गया और वह पिछले पहियों पर झूल गई। इस दौरान डाले में लोड की गईं रॉड्स मजदूरों के ऊपर गिरने लगीं। यह देखकर मजदूर तुरंत वहां से भाग गए, जिससे किसी के जख्मी होने से बच गया।
क्या है लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद मंडी में मौजूद लोगों का जमावड़ा लग गया। कई मजदूरों ने मिलकर पिकअप को जमीन पर लाने का प्रयास किया, लेकिन वह इसे हिला भी नहीं सके। अंततः पिकअप का माल खाली कराया गया और तब जाकर वाहन को सामान्य स्थिति में लाया जा सका। इस पूरी घटना में किसी के जख्मी न होने को गनीमत माना जा रहा है।
ओवरलोडिंग की समस्या
यह घटना ओवरलोडिंग की गंभीर समस्या को उजागर करती है। परिवहन विभाग ओवरलोड वाहनों पर चालान काटता है, लेकिन चालक और माल मालिक अक्सर इस नियम को नजरअंदाज कर देते हैं। बीते दिनों लोहा मंडी के चालकों और मजदूरों ने ओवरलोडिंग के खिलाफ चालान काटे जाने का विरोध करते हुए हड़ताल भी की थी। उनका कहना था कि यदि क्षमता से अधिक माल नहीं लोड किया जाएगा, तो उनका काम चल नहीं पाएगा। इसके बाद परिवहन विभाग ने नरम रुख अपनाया, जिसके चलते ओवरलोडिंग की घटनाएं फिर से बढ़ गईं।
सुरक्षा उपायों की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा उपायों और नियमों के सख्ती से पालन की आवश्यकता को रेखांकित किया है। वाहनों की क्षमता से अधिक माल लोड करना न केवल वाहन के लिए खतरनाक है, बल्कि इससे आसपास के लोगों की जान को भी खतरा होता है। परिवहन विभाग को चाहिए कि वह ओवरलोडिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और लोगों को इसके खतरों के बारे में जागरूक करे।
झांसी की यह घटना एक चेतावनी के रूप में सामने आई है, जो दिखाती है कि लापरवाही और नियमों की अनदेखी कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। मजदूरों की सतर्कता ने इस बार बड़े नुकसान को टाल दिया, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सख्त नियमों और उनके पालन की जरूरत है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivart.com