झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटना सामने आई है। इस बार आग अस्पताल की मुख्य ऑपरेशन थियेटर (ओटी) के ऑर्थो ब्लॉक में बिजली के पैनल में लगी, जिससे वहां का पूरा सिस्टम ठप हो गया। इस हादसे के चलते ऑर्थो विभाग की दोनों ओटी बंद करनी पड़ी, जिससे 12 बड़े ऑपरेशन स्थगित करने पड़े। हालांकि, इमरजेंसी और सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक की ओटी में कुछ जरूरी सर्जरी कराई गईं।
कैसे हुआ हादसा? ऑपरेशन से ठीक पहले हुआ विस्फोट
मेडिकल कॉलेज की मुख्य ओटी में सर्जरी, गायनिक, ईएनटी और ऑर्थो के लिए अलग-अलग ब्लॉक बने हैं। सोमवार को ऑर्थो ओटी में एक मरीज के ऑपरेशन की तैयारी पूरी हो चुकी थी, तभी अचानक बिजली पैनल में तेज धमाका हुआ और आग लग गई। देखते ही देखते पैनल से लपटें उठने लगीं, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। अस्पताल स्टाफ ने तुरंत अग्निशमन यंत्र से आग पर काबू पा लिया, लेकिन शॉर्ट सर्किट के कारण ब्लॉक की दोनों ओटी की बिजली आपूर्ति बंद हो गई, जिससे ऑपरेशन रोकना पड़ा।
तीन दिन बाद बहाल हुई व्यवस्था
तीन दिनों तक ओटी में मरम्मत कार्य चला। बुधवार शाम को नया पैनल लगाकर बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गई। इस दौरान कुल्हे, घुटने, कंधे आदि के 12 जरूरी ऑपरेशन स्थगित हुए, जबकि आपातकालीन ऑपरेशन इमरजेंसी और सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में कराए गए।
विभागाध्यक्ष डॉ. सौरभ अग्रवाल ने बताया कि जरूरी ऑपरेशन दूसरी ओटी में कर दिए गए हैं। वहीं, सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने कहा कि बुधवार को पैनल बदल दिया गया और गुरुवार से ऑपरेशन नियमित रूप से शुरू हो जाएंगे।
15 नवंबर की घटना फिर याद आई
ऑर्थो ओटी में शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने 15 नवंबर को एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) में लगी आग की दर्दनाक घटना की याद दिला दी। उस समय शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग में 10 नवजात शिशु जिंदा जल गए थे, जबकि 9 बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। उस हादसे के बाद हुए फायर ऑडिट में जो खामियां पाई गई थीं, उन्हें मेडिकल कॉलेज प्रशासन अब तक दूर नहीं कर सका है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivart.com