झांसी में सीबीआई की टीम ने ऑनलाइन सट्टा, बिटकॉइन और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक बड़े स्कैम के मामले में छापेमारी की है। यह कार्रवाई दिल्ली में हुए एक घोटाले के तार झांसी से जुड़े होने के चलते की गई। सीबीआई की टीम देर रात प्रेमनगर थाना क्षेत्र के गरिया फाटक इलाके में पहुंची और वहां दो संदिग्धों – दिनेश और धर्मेंद्र के ठिकानों पर छापा मारा।
दिल्ली के घोटाले से जुड़े तार
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में हुए एक बड़े ऑनलाइन फ्रोड स्कैम की जांच के दौरान सीबीआई को झांसी के इन दोनों व्यक्तियों की संलिप्तता के सबूत मिले। बताया जा रहा है कि मामला बिटकॉइन ट्रेडिंग, ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। छापेमारी के दौरान पुलिस और जांच एजेंसियों ने कई अहम दस्तावेज खंगाले और दोनों व्यक्तियों से गहन पूछताछ की जा रही है।
दुबई से झांसी तक का सफर
दिनेश और धर्मेंद्र झांसी के प्रेमनगर क्षेत्र के रहने वाले हैं। करीब 10 साल पहले ये दोनों दुबई गए थे, जहां इन्होंने लगभग चार साल तक एक निजी कंपनी में काम किया। इसके बाद वे झांसी लौट आए और यहां रहकर संदिग्ध आर्थिक गतिविधियों में शामिल हो गए। धर्मेंद्र ने अपने पुराने घर को छोड़कर अयोध्यापुरी में एक आलीशान मकान बनाया, जबकि दिनेश ने प्रेमनगर थाना क्षेत्र के पुरविया टोला में नया घर बना लिया।
नेटवर्किंग बिजनेस से मनी लॉन्ड्रिंग तक
स्थानीय लोगों के अनुसार, दिनेश और धर्मेंद्र ने साल 2000 में नेटवर्किंग बिजनेस से अपने करियर की शुरुआत की थी। वे 'ईज़ी बिज 2000 डॉट कॉम' नाम की कंपनी से जुड़े और झांसी के कई लोगों को इसमें जोड़ा। हालांकि, यह कारोबार सफल नहीं हो पाया। इसके बाद दोनों दुबई चले गए और वहां से लौटने के बाद कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग के काम में शामिल हो गए।
पुलिस और सीबीआई की जांच जारी
प्रेमनगर थाना प्रभारी ने पुष्टि की कि दिल्ली में हुए स्कैम के सिलसिले में सीबीआई की टीम झांसी आई है और स्थानीय पुलिस बल की मदद से जांच कर रही है। फिलहाल, दोनों संदिग्धों से पूछताछ जारी है और सीबीआई आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।