खेलते-खेलते पानी के टब में गिरी, डेढ़ साल की बच्ची की मौत

आशुतोष नायक
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जालौन में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां डेढ़ साल की बच्ची की पानी से भरे टब में डूबने से मौत हो गई। बच्ची अपनी मां के पास खेल रही थी, जब मां घर के काम में व्यस्त हो गई। इसी दौरान बच्ची टब के पास पहुंच गई और खेलते-खेलते संतुलन बिगड़ने से टब में गिर गई।
कुछ देर बाद जब मां टब के पास पहुंची तो बच्ची का शव देखकर चीख पड़ी। आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए ही शव को दफन कर दिया। यह घटना शनिवार दोपहर कदौरा थाना क्षेत्र के राम सौंधी गांव में हुई।

 क्या है पूरी घटना ?

गांव में सीताराम अहिरवार अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं। परिवार में पत्नी रीना के अलावा 4 बच्चे हैं। इनमें डेढ़ साल की सारती के अलावा दो बेटियां काजल (15), आरती (10) और बेटा कल्लू (8) हैं। रीना घर के बाहर बैठकर बर्तन धो रही थी, तभी सारती पानी से भरे एक बड़े टब के पास पहुंच गई और खेलने लगी।
रीना किसी काम से घर के अंदर गई, तभी बच्ची का संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे टब में उल्टा जा गिरी। कुछ देर बाद जब रीना लौटी तो सारती को पानी में पड़ा देख चीख पड़ी। शोर सुनकर परिवार के बाकी लोग दौड़े। बच्ची को लेकर भागते हुए अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

टब में मुंह के बल गिरी बच्ची

परिवार वालों ने बताया कि कपड़े धोने का टब करीब दो फीट गहरा था, जिसमें करीब 25 लीटर पानी आता है। टब में गिरने के बाद बच्ची के नाक और मुंह से पानी सीधे पेट और लंग्स में भर गया। जब तक बच्ची की मां घर से बाहर आई, बच्ची की सांसें थम चुकी थीं। घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को कोई सूचना नहीं दी।

पुलिस ने बयान में क्या कहा ?

थाना प्रभारी प्रभात सिंह ने बताया कि परिवार ने कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई है और न ही अस्पताल से कोई मेमो आया है। पुलिस अपने स्तर पर जानकारी जुटा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पड़ोसियों की राय

पड़ोस की महिलाओं का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर हम लोग अक्सर लापरवाह हो जाते हैं। घरों में खुले में रखे पानी के टब, हीटर या अन्य खतरनाक चीजें छोड़ देते हैं। यह बच्चों के लिए खतरा बन जाती हैं। इस हादसे से हमें सबक लेना चाहिए।
यह घटना बच्चों की सुरक्षा के प्रति हमारी लापरवाही को उजागर करती है। हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और बच्चों को खतरनाक चीजों से दूर रखना चाहिए।

(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) bundelivarta.com 

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