टीकमगढ़ न्यूज़ | टीकमगढ़ जिले में जल संरक्षण और सुरक्षा को लेकर एक अहम निर्णय लिया गया है। जिले के कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने बंडा नहर पर जाली लगाने के निर्देश दिए हैं। यह निर्णय नहर के किनारे बच्चों और मवेशियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
यह कदम तब उठाया गया जब बुंदेली वार्ता के पत्रकार अनिल श्रीवास ने शनिवार को बंडा नहर पर जाकर जमीनी हकीकत लोगों को दिखाई थी। रिपोर्ट में यह बताया गया था कि नहर के किनारे कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं हैं, जिससे स्थानीय बच्चों और जानवरों की जान को खतरा बना रहता है।
स्थानीय लोगों ने रिपोर्टिंग के दौरान की थी मांग
बंडा नहर क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों ने नहर के किनारे जाली लगवाने के लिए बुंदेली वार्ता के पत्रकार अनिल श्रीवास से बात की पत्रकार महोदय ने लोगों से कहा आपकी समस्या के समाधान के लिए अधिकारियों तक बात पहुंचाई जाएगी | ताकि आगे के समय में दुर्घटना न हो। खासकर बरसात के मौसम में पानी का बहाव तेज होने पर यह खतरा और बढ़ जाता है।
कलेक्टर ने लिया त्वरित निर्णय
पत्रकार द्वारा की गई ग्राउंड रिपोर्ट के एक दिन बाद रविवार को कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने स्वयं बंडा नहर का निरीक्षण किया और मौके पर ही जाली लगाने का फैसला ले लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द सुरक्षा जाली का कार्य प्रारंभ किया जाए।
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत तालाबों को जोड़ा जा रहा
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जिले के तीन रियासत कालीन तालाब—महेंद्र सागर, वृन्दावन सागर और पठा तालाब—को जोड़ने का काम बंडा नहर के माध्यम से किया जा रहा है। यह कार्य जिले में जल स्रोतों के पुनर्जीवन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
जनता की भागीदारी और पत्रकारिता का असर
यह पूरा घटनाक्रम बताता है कि जब जमीन से जुड़ी पत्रकारिता की जाती है, तो उसका सीधा असर प्रशासन पर पड़ता है। स्थानीय पत्रकार अनिल श्रीवास द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट न केवल सच को सामने लाने का माध्यम बनी, बल्कि उस पर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई भी की।
यह उदाहरण है कि पत्रकारिता अगर जनहित में हो, तो वह नीतियों और फैसलों को प्रभावित करने की ताकत रखती है।
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(अनिल श्रीवास की रिपोर्ट) Bundelivarta.com