झांसी रेलवे स्टेशन पर कुंभ स्पेशल ट्रेन के बंद दरवाजों से हंगामा

आशुतोष नायक
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झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर कुंभ मेले के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष ट्रेन का संचालन किया। लेकिन जब यह ट्रेन यार्ड से प्लेटफॉर्म पर लाई गई, तो यात्रियों को चढ़ने के लिए दरवाजे बंद मिले।


श्रद्धालुओं ने पहले तो दरवाजे खोलने के लिए खुद प्रयास किया, लेकिन जब सफलता नहीं मिली, तो वे नाराज हो गए और हंगामा करने लगे। यात्रियों की बढ़ती भीड़ और शोरगुल को देखकर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और अन्य अधिकारियों ने भी दरवाजे खोलने की कोशिश की, मगर दरवाजे टस से मस नहीं हुए।

दरवाजे न खुलने पर यात्रियों में नाराजगी

सोमवार को रेलवे द्वारा प्रयागराज के लिए मेमू ट्रेन चलाई गई, जिसमें आईसीएफ कोच लगे थे। जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहुंची, यात्रियों ने उसमें चढ़ने की कोशिश की, लेकिन दरवाजे अंदर से बंद थे। लगातार कोशिश के बावजूद जब दरवाजे नहीं खुले, तो यात्रियों ने नाराज होकर दरवाजों को पीटना शुरू कर दिया।

रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजे नहीं खुलने के कारण यात्रियों की नाराजगी बढ़ती गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ और रेलवे के अन्य कर्मचारी मौके पर मौजूद थे, मगर कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा था।


आरपीएफ दरोगा ने खिड़की से अंदर जाकर खोले दरवाजे

स्थिति को बिगड़ता देख आरपीएफ के उपनिरीक्षक हरिओम सिकरवार ने सूझबूझ दिखाई। उन्होंने ट्रेन की इमरजेंसी खिड़की से अंदर प्रवेश किया और वहां से दरवाजों को खोलना शुरू किया। उनके प्रयासों के बाद आखिरकार सभी दरवाजे खोल दिए गए, जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली और ट्रेन में सवार हो सके।

आधे यात्रियों को ही मिली ट्रेन में चढ़ने की सुविधा

हालांकि, इस दौरान ट्रेन में चढ़ने की होड़ मच गई। आधे कोच के दरवाजे पहले खुले, जिससे यात्री धक्का-मुक्की करते हुए ट्रेन में चढ़ने लगे। लेकिन बाकी कोचों के दरवाजे अभी भी बंद थे, जिससे कई यात्रियों को चढ़ने का मौका नहीं मिल पाया।

स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो, इसके लिए सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल लिया और यात्रियों को शांत किया। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार ट्रेन सभी यात्रियों को लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हो सकी।

रेलवे प्रशासन से जवाब मांग रहे यात्री

घटना के बाद यात्री रेलवे प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं कि आखिर ट्रेन के दरवाजे बंद क्यों थे। कुछ यात्रियों का कहना है कि अगर समय रहते दरवाजे खोल दिए जाते, तो उन्हें इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। रेलवे अधिकारियों ने इस घटना की जांच करने और भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।


(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com 

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