बिहार के सासाराम जिले की एक नाबालिग छात्रा की बनारस में 1 फरवरी को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर देशभर में आक्रोश बढ़ रहा है और न्याय की मांग की जा रही है। इसी कड़ी में ललितपुर में प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और सोमवार शाम को कैंडल मार्च निकालकर निष्पक्ष जांच की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
ललितपुर में संगठन के जिलाध्यक्ष श्रीप्रकाश कुशवाहा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शहर के मुख्य बाजार से घंटाघर तक कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन और सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि छात्रा की मौत के पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है, जिसे दबाने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना था कि घटना के बाद से ही मामले को नजरअंदाज किया जा रहा है और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना था कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए सरकार को तत्काल प्रभाव से मामले की उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए, ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।
ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग
कैंडल मार्च निकालने से पहले संगठन के पदाधिकारियों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इसके अलावा उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की भी अपील की।
इस विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष सोनू कुशवाहा, प्रदेश मंत्री जगदीश कुशवाहा, वरिष्ठ महामंत्री जानकी कुशवाहा समेत कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे। सभी ने एकजुट होकर छात्रा को श्रद्धांजलि दी और इंसाफ की मांग की।
न्याय की मांग को लेकर बढ़ रहा आक्रोश
यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ललितपुर के अलावा अन्य स्थानों पर भी लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने की संभावना है। सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।
कार्यकर्ताओं का कहना था कि महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को गंभीरता दिखानी होगी, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस मामले को जल्द सुलझाया नहीं गया, तो आगे बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
कैंडल मार्च के जरिए यह संदेश दिया गया कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com