निवाड़ी जिले के ओरछा स्थित रामराजा सरकार मंदिर में सफाई व्यवस्था को लेकर नगर परिषद द्वारा कड़ी कार्रवाई की गई है। नगर परिषद के मुख्य नगर अधिकारी (सीएमओ) विजय बहादुर सिंह ने दो सफाई कर्मचारियों की लापरवाही के कारण उनका दो दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है। इसके साथ ही, मंदिर परिसर की सफाई में सुधार लाने के लिए चार नए स्थायी सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शिकायतों के बाद हुई कार्रवाई:
स्थानीय व्यापारियों और निवासियों ने मंदिर के आसपास की सफाई व्यवस्था को लेकर नगर परिषद के अध्यक्ष शिशुपाल सिंह राजपूत और सीएमओ से कई बार शिकायत की थी। उनका कहना था कि मंदिर परिसर में गंदगी फैली हुई थी और नालियां अव्यवस्थित थीं, जिससे न केवल मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही थी, बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी सफाई का अभाव था।
इन शिकायतों के बाद सीएमओ विजय बहादुर सिंह ने तुरंत मंदिर परिसर का निरीक्षण किया और सफाई कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि सफाई कर्मियों द्वारा अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरती जा रही थी। इस पर सीएमओ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो सफाई कर्मचारियों का दो दिन का वेतन काटने का आदेश दिया और बताया कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नए कर्मियों की तैनाती और अन्य सुधार:
सीएमओ ने यह भी सुनिश्चित किया कि भविष्य में मंदिर परिसर में सफाई व्यवस्था में कोई कमी न हो। इसके लिए चार नए स्थायी सफाई कर्मियों को मंदिर परिसर में तैनात किया गया है, जो अब नियमित रूप से सफाई का काम करेंगे। इन कर्मचारियों की नियुक्ति से यह उम्मीद जताई जा रही है कि सफाई व्यवस्था में सुधार आएगा और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
नालियों में सुधार:
इसके अलावा, सीएमओ ने यह भी सुनिश्चित किया कि नालियों की स्थिति को सुधारने के लिए जल्द ही काम किया जाएगा। वर्तमान में नालियों पर ग्रिल लगाने का काम तेजी से चल रहा है, ताकि जलभराव और गंदगी की समस्या का समाधान किया जा सके। इससे न केवल सफाई में सुधार होगा, बल्कि बारिश के पानी से होने वाली समस्याओं पर भी काबू पाया जा सकेगा।
नगर परिषद का आश्वासन:
नगर परिषद के अध्यक्ष शिशुपाल सिंह राजपूत और सीएमओ ने इस संबंध में स्थानीय व्यापारियों और निवासियों को आश्वासन दिया कि सफाई व्यवस्था की नियमित निगरानी की जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। उनका कहना है कि भविष्य में किसी भी कर्मचारी को इस प्रकार की लापरवाही की अनुमति नहीं दी जाएगी, और हर किसी से उम्मीद की जाएगी कि वह अपने कार्य में पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी से काम करे।
इस पूरे मामले से यह संदेश भी गया है कि नगर परिषद सफाई और अन्य सार्वजनिक कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही को लेकर सख्त है और आवश्यक सुधारों के लिए तत्पर है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com