हमीरपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। घटना के बाद से परिजनों में आक्रोश है, जिन्होंने जेल प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन बचाया नहीं जा सका
कुरारा थाना क्षेत्र के कुसमरा गांव निवासी 30 वर्षीय राकेश पिछले साल मार्च से जेल में बंद था। उसे हत्या के एक मामले में दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। मंगलवार रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद जेल प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता बोले- कुछ घंटे पहले ही बात हुई थी, तब वह ठीक था
मृतक के पिता बब्बू ने बताया कि रात में जेल प्रशासन की ओर से सूचना दी गई कि राकेश की तबीयत खराब है। वह जब अस्पताल पहुंचे तो उन्हें जेल जाने को कहा गया। जेल पहुंचने पर उन्हें बेटे की मौत की खबर दी गई।
परिजनों का कहना है कि 18 फरवरी को राकेश की मां ने जेल में उससे मुलाकात की थी और 25 फरवरी की सुबह भी उसने परिवार से फोन पर बात की थी। दोनों ही बार वह पूरी तरह स्वस्थ लग रहा था। ऐसे में अचानक हुई मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
जेल प्रशासन पर सवाल, जांच की मांग
राकेश के परिजनों का आरोप है कि यह कोई सामान्य मौत नहीं है। वे जेल प्रशासन की भूमिका पर संदेह जता रहे हैं और इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। फिलहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bumdelivarta.com