झांसी के चिरगांव थाना क्षेत्र में एक ट्रक ड्राइवर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। ड्राइवर मनोज यादव का शव उसके ही ट्रक के डाले में रस्सी के फंदे से लटका मिला। घटना से कुछ घंटे पहले उसने पत्नी से फोन पर बात की थी और जल्दी लौटने की बात कही थी। परिजनों ने इस मौत पर सवाल उठाए हैं और इसे आत्महत्या मानने से इनकार कर दिया है।
फोन पर कहा- जल्दी आऊंगा, बच्चों का ख्याल रखना
इटावा जिले के विधुनी की पोस्ट राहिन निवासी 38 वर्षीय मनोज यादव बीते 12 वर्षों से ट्रक ड्राइवर था। वह 17 फरवरी को ट्रक लेकर निकला था और 25 फरवरी को झांसी के चिरगांव पहुंचा था। उसी दिन सुबह उसने पत्नी से फोन पर बात की और कहा कि ट्रक खराब हो गया है, लेकिन वह जल्दी लौट आएगा।
हालांकि, करीब 10 घंटे बाद परिवार को चिरगांव थाने से फोन आया कि मनोज ने आत्महत्या कर ली है। यह खबर सुनते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पत्नी और तीनों बच्चे बेसुध हो गए।
परिजनों ने जताया संदेह, कहा- आत्महत्या का कोई कारण नहीं
मृतक के चचेरे भाई बृजेश कुमार ने बताया कि मनोज मजबूत इंसान था, वह आत्महत्या नहीं कर सकता। उसके न तो किसी से विवाद थे और न ही कोई ऐसी परेशानी थी जिससे वह यह कदम उठाए। बृजेश ने कहा कि ट्रक मालिक ने उसके साथ कोई क्लीनर भी नहीं भेजा था, जिससे मामला और संदिग्ध लग रहा है।
मनोज झांसी के गोरा मछिया से गिट्टी लादकर मैनपुरी ले जाने वाला था, लेकिन इससे पहले ही यह घटना हो गई।
तिरपाल की रस्सी से बनाया फंदा, पुलिस कर रही जांच
चिरगांव पुलिस के मुताबिक, मनोज का ट्रक तीन दिन पहले खराब हो गया था और वह मालिक के आने का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान उसने तिरपाल बांधने वाली रस्सी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच जारी है।
तीन बच्चों का सहारा छूटा, परिवार सदमे में
मनोज के परिवार में पत्नी संगीता, दो बेटियां श्रष्टि और दृष्टि और एक बेटा है। पिता की मौत की खबर सुनकर तीनों बच्चे बदहवास हो गए हैं। पत्नी संगीता का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
परिजनों ने पुलिस से गहराई से जांच करने की मांग की है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह आत्महत्या थी या फिर कोई साजिश।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com