झांसी में एक युवक को सरकारी जमीन पर कब्जे का विरोध करना भारी पड़ गया। गांव के प्रधान के पति ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवक को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और उसका पैर तोड़ दिया। पीड़ित का आरोप है कि उसने सरकारी जमीन पर हो रहे कब्जे का विरोध किया था, जिसके चलते उसे इस हमले का शिकार बनाया गया।
पीड़ित ने बताया कि वह आरोपियों से बचने के लिए पुलिस के पास गया था, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जिससे परेशान होकर वह अब जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में ही धरना दे रहा है। पीड़ित ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित का कहना है कि गांव की प्रधान के पति गांव वालों को पैसा देकर सरकारी जमीन पर कब्जा करा रहे थे। जब उसने इसका विरोध किया तो प्रधान पति और उसके साथी उससे दुश्मनी मानने लगे। आरोप है कि 16 फरवरी को जब वह खेत पर था, तभी आधा दर्जन लोग वहां पहुंच गए और उसके साथ मारपीट की, जिसमें उसका एक पैर भी टूट गया।
इस घटना के बाद पीड़ित और उसके परिजन मामले की शिकायत करने पुलिस के पास पहुंचे, लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब पीड़ित ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पीड़ित का कहना है कि जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा, वह घर नहीं जाएगा।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com