झांसी : झांसी में एक खौफनाक वारदात ने सबको हिला कर रख दिया है। एक पत्नी का दर्द आसमान चीर रहा है, क्योंकि उसके पति को अपहरण के बाद बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया।
"मेरे सामने बदमाश पति को जबरन कार में डालकर ले गए। 3 दिन बाद उनकी लाश मिली। पूरे शव पर चोट के निशान थे। हाथ टूटा था। पहले उनको बेरहमी से पीटा और फिर गला दबाकर हत्या कर दी। मेरी मांग का सिंदूर उजड़ गया और छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए। जिस तरह से पति को मारा है। उसी तरह से हत्यारों को तिल-तिलकर मरना चाहिए। मै इनको बख्शृंगी नहीं।"
ये शब्द हैं उस बेबस पत्नी लक्ष्मी के, जिसके पति नंदकिशोर अहिरवार को बदमाशों ने छीन लिया और फिर उनकी लाश सौंपी।
क्या हुआ उस शाम ?
नंदकिशोर अहिरवार, एक राजमिस्त्री, 5 फरवरी की शाम को काम से लौट रहे थे। तभी उनकी जिंदगी का सबसे भयानक मोड़ आया। एक लाल रंग की कार में सवार होकर आए कुछ बदमाश उन्हें जबरदस्ती कार में डालकर ले गए। पीछे रह गई उनकी पत्नी लक्ष्मी की चीखें और मासूम बच्चों की बिलखती आवाजें।
तीन दिन बाद मिली लाश
तीन दिन तक नंदकिशोर की कोई खबर नहीं मिली। फिर एक दिन बबीना टोल के पास उनकी लाश मिली। उनके शरीर पर चोटों के निशान थे, हाथ टूटा हुआ था। उनकी गला दबाकर हत्या की गई थी।
पत्नी का शक और पुलिस की कार्रवाई
लक्ष्मी ने अपने जेठ, उनके बेटे और एक अन्य व्यक्ति पर शक जताया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है। लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
"मारकर फेकेंगे"- धमकी सच हुई!
लक्ष्मी का आरोप है कि उनके पति का उनके बड़े भाई से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। उन्हें पहले भी "मारकर फेकेंगे" की धमकी मिली थी, जो अब सच हो गई है।
अब इंसाफ की आस
लक्ष्मी अब इंसाफ की गुहार लगा रही है। उनके बच्चे अनाथ हो गए हैं, उनका सहारा छिन गया है। उनकी एक ही मांग है - उनके पति के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
पुलिस की टीमें गठित
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि मामले में नामजद आरोपियों से पूछताछ जारी है। अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए पांच पुलिस टीमें गठित की गई हैं।
यह मामला झांसी में चर्चा का विषय बन गया है। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर कब इन बदमाशों का पर्दाफाश होगा और कब मिलेगा नंदकिशोर के परिवार को इंसाफ।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) bundelivarta.com