माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रयागराज में स्नान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण रेल व्यवस्था चरमरा गई। ललितपुर स्टेशन पर यात्रियों की आपार भीड़ को देखते हुए दो स्पेशल ट्रेनें चलानी पड़ीं, फिर भी यात्रियों का संकट कम नहीं हो सका।
स्पेशल ट्रेनों के बावजूद यात्रियों का हुजूम
पहली स्पेशल ट्रेन शाम 7:30 बजे चलाई गई, जिसमें लगभग 5,000 श्रद्धालु सवार हुए। लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि रात 11:30 बजे दूसरी स्पेशल ट्रेन मंगवानी पड़ी। दूसरी स्पेशल ट्रेन में इंजन में तकनीकी खराबी के कारण भी देरी हुई। इस दौरान यात्रियों ने आपा खो दिया और दो बार चेन पुलिंग कर दी।
ट्रेनों में यात्रियों की अपरा तफरी
डॉ. अंबेडकर प्रयागराज एक्सप्रेस में भी यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई। बिना टिकट यात्री आरक्षित और एसी कोचों में भी घुस गए, जिससे टिकटधारी यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एक परिवार को तो भीड़ के कारण अपनी बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर ललितपुर स्टेशन पर ही उतरना पड़ा।
बीना स्टेशन पर यात्रियों का गुस्सा फूटा
स्थिति तब और गंभीर हो गई जब बीना रेलवे स्टेशन पर एसी कोच B4 का दरवाजा न खुलने पर कुछ यात्रियों ने गुस्से में आकर खिड़की पर पथराव कर दिया, जिससे कांच टूट गया। ललितपुर स्टेशन पहुंचने पर आरपीएफ ने मामले की जांच की। यह ट्रेन पांच घंटे की देरी से रात एक बजे ललितपुर पहुंची।
(रोहित राजवैद्य की रिपोर्ट) Bundelivarta.com